trending News: उत्तर प्रदेश में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। उत्तर प्रदेश की सियासत में उस वक्त खलबली मच गई, जब यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस तस्वीर को ट्विटर (X) पर शेयर किया। फोटो एक परिवार की है, जिसमें दिखाई दे रहा शख्स अपने बेटे को बेचने का पोस्टर गले में लटकाए हुए दिख रहा है।
अखिलेश के ट्वीट के बाद यह तस्वीर देखते ही देखते सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई है। हर कोई ये जानना चाहता है कि आखिर पिता को बेटे को बेचने का कदम क्यों उठाना पड़ा। जिसके बाद पुलिस भी मामले की जांच में जुट कर कार्रवाई की। जांच में पता चला कि अपने बेटे को बेचने के लिए निकले पिता को सूदखोर ने रुपये न लौटाने पर जान से मारने की धमकी दी थी। पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
जानें वजह
दरअसल, ये मामला महुआ खेड़ा क्षेत्र के निहार मीरा स्कूल के पास रहने वाले राजकुमार का है। पीड़ित के मुताबिक, आरोप है कि अपने रुपए निकलवाने के लिए उसकी जमीन के कागजों को बैंक में रखवा कर लोन स्वीकृत करा दिया। राजकुमार ने थोड़ा-थोड़ाकर रुपये लौटाने का कहा। लेकिन, 21 अक्टूबर को आरोपी ने उसका ई-रिक्शा छीन लिया।
शिकायत करने के बाद भी नहीं हुई थी कार्रवाई
थाने में शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके चलते गुरुवार को राजकुमार अपनी पत्नी व बच्चों के साथ कंपनी बाग चौराहे पर बैठ गए। बिलखते हुए कहा, ‘मैं चाहता हूं कि मेरा बेटा छह से आठ लाख रुपए में कोई खरीद ले’।
‘मेरा बेटा बिकाऊ है, मुझे बेटा बेचना है’
गले में पट्टिका भी लटका रखी थी। इस पर लिखा था… मेरा बेटा बिकाऊ है, मुझे बेटा बेचना है। इसके बाद पुलिस उन्हें थाने ले आई थी। राजकुमार की तहरीर में कहा कि उसने छह हजार रुपये वापस कर दिए थे। 21 अक्टूबर को शाम चार बजे देवी नगला में आरोपी ने गाली गलौज करते हुए धमकी दी।