रेलवे स्टेशन: भारतीय रेलवे (Indian Railway) को हमारे देश की लाइफ लाइन कहा जाता है। यह हर रोज हजारों-लाखों लोगों को उनके गंतव्य स्थान पर पहुंचाने का काम करती है। रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा नेटवर्क है भारतीय रेलवे के बारे में जितना लिखा जाए, उतना ही कम हैं. आज हम आपको हमारे भारत में एक ऐसे रेलवे स्टेशन के बारे में बता रहे हैं जिसे जानकर आपको काफी हैरानी होगी। “घुम रेलवे स्टेशन” भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में स्थित एक ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन है, जिसे घुम हील स्टेशन भी कहते हैं। यह भारतीय रेलवे के पश्चिम बंगाल रेलवे विभाग के अंतर्गत आता है और दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (Darjeeling Himalayan Railway) का हिस्सा है।
विश्व धरोहर स्थलों में शामिल
घुम रेलवे स्टेशन विश्व धरोहर स्थलों में शामिल होने के साथ-साथ भारत के पहले यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों में से एक भी है। यह रेलवे स्टेशन ब्रिटिश समय के रेलवे इंजीनियरिंग की महत्वपूर्ण उपलब्धि का प्रतीक है और यह हिमालयन रेलवे के बनाने वाले प्रोजेक्ट का हिस्सा था। घुम रेलवे स्टेशन से एक ट्रेन जिसका नाम “टॉय ट्रेन” (Toy Train) है, चलती है जिसका मुख्य उद्देश्य पर्वतीय दृश्यों का आनंद उठाने का है। यह टॉय ट्रेन एक प्यारी और प्रिय यात्रा है जिसमें आप घाटों, धारों और वन्यजीवों से घिरे हुए सुंदर प्राकृतिक दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। घुम रेलवे स्टेशन और इसके आसपास की जगहें भारतीय पर्यटन में एक आकर्षण के रूप में मानी जाती हैं और यहाँ पर्यटकों का आकर्षण बना रहता है जो इसकी प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व का आनंद लेते हैं।
देश का सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन
यह रेलवे स्टेशन पश्चिम बंगाल राज्य के दार्जलिंग में स्थित है. इस रेलवे स्टेशन का नाम घुम है. यह दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे का एक स्टेशन है. इसकी ऊंचाई 2,258 मीटर है या यूं कहें कि ये रेलवे स्टेशन 7,407 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. इस रेलवे स्टेशन के बारे में कहा जाता है कि अगर आप हाथ उठा दें तो बादल को छू लेंगे. घुम रेलवे स्टेशन भारत का सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन है और विश्व में यह सुंदरता के मामले 14 वें नंबर पर है. यह दार्जीलिंग से मात्र 7 किलोमीटर की दूरी पर है. इतना ही नहीं यहां पर्यटकों के अनुभव के लिए दार्जीलिंग से दिन में कई बार रोज़ एक टॉय ट्रेन चलती है. सड़क के बीचों-बीच बना ये छोटा-सा स्टेशन देश भर के पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है.
घुम रेलवे स्टेशन का ऐतिहासिक रेलवे म्यूजियम
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक न्यूजलपाईगुड़ी से दार्जिलिंग जाने वाली टॉय ट्रेन घुम स्टेशन से होकर ही जाती है. न्यूजलपाईगुड़ी से दार्जिलिंग का रास्ता काफी लंबा है. इसलिए अधिकतर सैलानी घुम से दार्जिलिंग तक टॉय ट्रेन के सफर का आनंद लेते हैं. घुम में एक रेलवे म्यूजियम भी है, जो रेलवे स्टेशन के साथ ही स्थित है. इस म्यूजियम में आप घुम रेलवे स्टेशन की 200 साल पुरानी जानकारी ले सकते हैं. इस म्यूजियम में 1883 के रेल टिकट्स भी देखने को मिलेंगे. साथ ही आपको उन मशीनों के फोटो भी देखने को मिलेंगे जिनकी सहायता से इस पहाड़ी इलाके में रेलवे लाइन बिछाई गई. बता दें कि दुनिया की सबसे ऊंची रेलवे लाइन और ऊंचा स्टेशन की बात करें तो यह तिब्बत में है. तिब्बत का तांगगुला रेलवे स्टेशन दुनिया का बेहद ऊंचा स्टेशन है. इस स्टेशन पर आपको कोई स्टाफ नहीं दिखेगा, यहां सब ऑटोमेटिक तरीके से काम होता है.