इस्लामाबाद। आतंकवाद, आर्थिक बदहाली की मार झेल रहे पाकिस्तान पर अब कुदरती मार पड़ी है। भारी बारिश और बिजली गिरने से बीते 4 दिनों में 63 लोगों की मौत हो गई है। इनमे ज्यादा मौत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुई हैं। यहां तेज बारिश के चलते इमारत ढहने से 32 लोगों की मौत हो गयी, जिसमें 15 बच्चे और पांच महिलाएं शामिल थीं। उत्तर पश्चिम पाकिस्तान में दर्जनों लोग घायल हुए हैं और 1370 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं।
पाकिस्तान में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बिजली गिरने और मकान ढहने की घटनाओं में 21 लोगों की मौत हुई है, जबकि बलूचिस्तान में 10 लोगों की मौत की खबर है। इतनी बड़ी कुदरती मार के बाद राहत बचाव कार्य जारी है। हालांकि बारिश का खतरा अभी भी बना हुआ है।
पाकिस्तानी अधिकारियों ने बताया कि, अचानक आई बाढ़ के बाद आपात स्थिति की घोषणा कर दी है। वहीं पाकिस्तान मौसम विभाग की तरफ से जलवायु परिवर्तन के चलते अप्रैल महीने में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
बताया जा रहा है कि, बलूचिस्तान में अब तक सामान्य से 256 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। पूरे पाकिस्तान में इस महीने सामान्य से 61 प्रतिशत अधिक बारिश हुई। इससे यह साफ़ पता चलता है कि जल वायु परिवर्तन हो चूका है। जिसकी मार पाकिस्तान झेल रहा है। आपको बता दें, कि साल 2022 में भारी बारिश से नदियां उफान पर आ गईं थीं और एक समय पाकिस्तान के एक तिहाई हिस्से में बाढ़ आ गई, जिससे 1,739 लोग मारे गए थे। बाढ़ से 30 अरब डॉलर का नुकसान भी हुआ, जिससे उबरने की कोशिश अभी भी पाकिस्तान कर रहा है।