आज के दौर में घर खरीदना किसी के लिए भी आसान काम नहीं हैं। लोग वर्षों मेहनत करते हैं. एक-एक पैसा बचाते हैं तब जाकर एक छोटा सा मकान ले पाते हैं.लेकिन कैलिफ़ोर्निया की एक महिला ने तीनों घरों को महज 3.30 डॉलर (जो लगभग 270 भारतीय रुपये के बराबर है) में खरीद लिया वह भी इटली जैसे खूबसूरत देश में. सौदा इतना शानदार था कि महिला फ्लाइट लेकर तुरंत पहुंच गई और चटपट अपने नाम करा लिया. जब वह पहुंची तो पड़ोसियों की आंखें भर आईं. उन्होंने भव्य स्वागत किया. महिला का इरादा घर को भव्य आर्ट गैलरी बनाने का है. ताकि इसकी एक अलग पहचान बन सके. उसने काम भी शुरू करा दिया है.
270 रुपये में खरीदे तीनों घर
कैलिफोर्निया की रहने वाली 49 वर्षीय रुबिया डेनियल ने बताया की जैसे ही मैंने पहली बार सुना कि इटली में सस्ते घर बिक रहे हैं, मैं खुद उन्हें देखना चाहती थी. मैं चकित थी कि आखिर यह कैसा होगा. मैंने रिसर्च की और तीन दिन के अंदर ही वहां जाने के लिए फ्लाइट का टिकट ले लिया. यह जगह इटली के एक छोटे से शहर मुसोमेली में थी. यह पूरा शहर भूत बंगला बनता जा रहा था क्योंकि लोग इसे छोड़कर शहरों की ओर भाग रहे थे. सरकार इस जगह को फिर से बसा हुआ देखना चाहती थी, इसलिए औने-पौने दाम पर बेचा जा रहा था.
10 दिन तक लोग मेरे साथ रहे
ब्राजील के ब्रासीलिया से 30 साल पहले कैलिफोर्निया पहुंचीं डेनियल ने कहा, उस शहर में मुझे बचपन की याद दिला दी. वहां पहुंचने पर पड़ोसियों की आंखें भर आईं. लोग मेरा स्वागत कर रहे थे. हर कोई मेरे साथ कॉफी पीना चाहता था. वहां रहने वालों ने मुझे एक बहन की तरह गले लगाया. करीब 10 दिन मैं वहां थी, लेकिन हर दिन लोग मेरे साथ रहते थे. मैं न केवल उस शहर के समृद्ध इतिहास से खुश थी बल्कि स्थानीय लोगों ने जो प्यार दिया उसने दिल जीत लिया. सौर ऊर्जा के क्षेत्र में काम करने वाली डेनियल ने कहा, मुझे इस जगह को फिर से नया बनाना है. मेरे पास तीनों घर के लिए अलग-अलग योजनाएं हैं. फिलहाल मैं इसे आर्ट गैलरी बनाने जा रही हूं ताकि लोग यहां आकर खुश हों. फिलहाल ज्यादातर समय यहीं गुजार रही हैं.
घर खरीदने के लिए मिलते हैं खूब ऑफर
डेनियल अकेली नहीं हैं, जो इटली की इन जीर्ण-शीर्ण इमारतों में पैसे लगा रही हैं. बहुत से लोग हैं जो काफी मकानें खरीद रहे हैं. उन्हें बेहतर बना रहे हैं; सरकार भी इसमें खूब मदद कर रही है. 2021 में दक्षिणी इटली के नौ गांवों को बसाने के लिए सरकार ने 33000 डॉलर देने की पेशकश की थी क्योंकि गांव तेजी से खाली हो रहे थे. वहां रहने वाला कोई नहीं था. 40 साल से कम उम्र वालों को विशेष रियायत और पैकेज देने ऑफर दिया गया था. इसके अलावा भी कई और शहरों में ऐसी पेशकश की गई थी.