अमेरिका में एक बार फिर फायरिंग की घटनाएं सामने आई हैं। 12 घंटों में गोलीबारी की तीन घटनाओं ने पूरे अमेरिका को हिलाकर रख दिया है। तमाम प्रयासों के बाद भी यहां गोलीबारी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।फ्लोरिडा के फोर्ट पियर्स में मार्टिन लूथर किंग डे समारोह में गोलीबारी की घटना में कम से कम आठ लोग घायल हो गए हैं। शेरिफ ऑफिस की ओर से इस घटना के बारे में जानकारी दी गई है।
बताया जा रहा है कि फोर्ट पियर्स के इलौस एलिस पार्क में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। कार्यक्रम में लाइव म्यूजिक, बच्चों के लिए कई तरह के खेलों का भी आयोजन किया जा रहा था। इसी दौरान गोलीबारी हो गई। गोलीबारी की वजह का पता नहीं चल सका है। पुलिस जांच कर रही है।कैलिफोर्निया के गोशेन में अंधाधुंध गोलीबारी की घटना सामने आई है।
यहां एक घर में हुई गोलीबारी की घटना में छह लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में 17 वर्षीय मां और उसका छह महीने का बच्चा शामिल है।उन्होंने बताया कि संदिग्धों की तलाश जारी है। जांच में जुटी टीमों का मानना है कि हिंसा के पीछे कोई बड़ा कारण हो सकता है। घटना के पीछे ड्रग तस्कर गिरोह का हाथ माना जा रहा है।डलास में एक 11 वर्षीय किशोर की गोली मारकर हत्या कर दी गई है।
यहां 14 साल की लड़की ने अन्य बच्चे के साथ बहस के दौरान फयरिंग की थी। पुलिस के मुताबिक 14 साल की लड़की ने उस लड़की की दिशा में गोली मारी जिसके साथ वो लड़ रही थी, लेकिन गोली 11 साल के एक बच्चे को लग गई। पुलिस ने बताया कि 14 वर्षीय लड़की वारदात वाली जगह से फरार हो गई थी, लेकिन बाद में उसे हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने हथियार बरामद कर लिया है, जांच जारी है।
अमेरिका का 'गन कल्चर'
अब सवाल ये है कि अमेरिका में फायरिंग की घटनाएं आम क्यों हैं। इसके पीछे की वजह ये है यहां का 'गन कल्चर' है। अमेरिका दुनिया में सबसे अधिक बंदूकें रखने वाला देश है। कोरोना महामारी में तो हर पांच में से एक परिवार ने बंदूक खरीदी थी। अमेरिका में बढ़ते 'गन कल्चर' से गोलीबारी और सामूहिक गोलीबारी जैसी घटनाएं हो रही हैं। करीब 33 करोड़ की आबादी वाले अमेरिका में आम नागरिकों के पास 39 करोड़ हथियार हैं।