How To Know Lies: सच को छिपाने के लिए अक्सर लोग झूठ का सहारा लेते है। लेकिन आज हम आपको इस लेख में झूठ पकड़ने के कुछ ऐसे तरीके बताएंगे जिससे आप उसे तुरंत पकड़ लेंगे।
वैसे तो ऐसा कहा जाता है, कि झूठ बोलना बहुत आसान काम है, लेकिन वास्तव में यह एक बहुत मुश्किल भरा काम होता है। झूठ बोलने के बाद आपको हर समय इसके बचाव के लिए अलर्ट रहना पड़ता है। पर झूठ कितना ही प्योर क्यों न बोला जाए उसमें सच बनने की कोई न कोई कसर रही ही जाती है। इसलिए झूठ को पहचानने के कई तरीके भी हैं, जिसे आप अपने रोजमर्रा के जिंदगी में इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसे नहीं है कि जो झूठ बोल रहे हैं उन्हें पकडऩे के लिए आपको किसी विशेष ज्ञान की आवश्यकता हो। आपको बस उस इंसान के हाव-भाव पर ध्यान देना है और उसके झूठ को पकडऩे की कोशिश कर सकते है।
झूठ बोलते समय और सच बोलते समय कैसा व्यवहार
एक स्टडी में अदालती मामलों के 120 मीडिया क्लिपों को देखा गया ये जानने के लिए कि लोग झूठ बोलते समय और सच बोलते समय कैसा व्यवहार करते हैं। अध्ययन में पाया गया कि जो लोग झूठ बोलते हैं, वे सच बोलने वालों की तुलना में अपने दोनों हाथों को बात करते समय ज्यादा इस्तेमाल करते हैं।
झूठ बोलने वाले लोग अक्सर बात करते समय अपने हाथों पैंट के पॉकेट में या टेबल के नीचे रखते हैं। इसके साथ ही वह हमेशा आपके ध्यान को भटकाने और खुद के नर्वसनेस को छिपाने के लिए आसपास रखे सामानों से खेलने लगते हैं या अपनी बॉडी में खुजली करने लगते हैं।
चेहरे का रंग बदलना
2015 के अध्ययन में यह भी पाया गया कि जो लोग झूठ बोलते हैं, वे सच्चे लोगों की तुलना में ज्यादा घूरते हैं। झूठ बोलने वाले लोगों की 70ः क्लिप में वे सीधे उन लोगों को घूरते हुए दिखाई देते हैं जिनसे वे झूठ बोल रहे थे। माना जाता है, ऐसा वह इसलिए करते हैं ताकि वह सामने वाले व्यक्ति को अपने झूठ पर यकीन करा सके।
इसके साथ ही वह पूरे बातचीत के दौरान किसी एक डायरेक्शन में देख रह होते हैं, जिससे कि उन्हें देखकर किसी को यह लगे की वह बातों को ध्यान से सुन रहे हैं। जबकि वह अपना दूसरा जवाब सोच रहे होते हैं। इसके अलावा चेहरे का रंग बदलना, होंठों का सूखना, माथे पर पसीना आना, गले का सूखना भी झूठ बोलने का संकेत होता है।
बातचीत करने के तरीके पर करें फोकस
- कोई व्यक्ति अपने बात को मनवाने के लिए जोर से या तेज बोलने लगे, तो संभावना है कि वह झूठ बोल रहा है।
- झूठ बोलने वाले लोगों के शब्द बीच-बीच में टूटने लगते हैं, वह बोलते समय बार-बार अपना गला साफ करते हैं।
- झूठ बोलने वाले लोग ऐसे शब्दों का चयन करते हैं, जिससे कि आप पूरी बात को सुनने से पहले ही सच मान लें, जैसे कि मुझपर यकीन करों, मैं तुमसे झूठ क्यों बोलूंगा आदि। इसके अलावा वह कई बार अपने बोले हुए बातों को करेक्ट भी करते हैं।