भोपाल। जन आशीर्वाद यात्रा के माध्यम से गांव-गांव शहर शहर पहुंच रही भाजपा अब चुनाव आचार संहिता लगने के पहले एक बार फिर संगठनात्मक मजबूती के लिए जुट गई है। इसके लिए पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर दूसरे राज्यों से प्रदेश संगठन महामंत्रियों की तैनाती मध्य प्रदेश में की गई है। केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश के बाद कुछ संभागों में प्रदेश संगठन महामंत्रियों ने अपनी उपस्थिति देकर बैठकों का दौर भी शुरू कर दिया है।
भाजपा को केंद्र और राज्य सरकार की जनहित कार्य योजनाओं के क्रियान्वयन और उसके प्रचार प्रसार के साथ-साथ पार्टी के कार्यकर्ताओं में भरे आक्रोश को शांत करने की भी चिंता है। प्रदेश संगठन से मिल रही रिपोर्ट के बाद पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने अब आगामी चुनाव में एक नया प्रयोग शुरू किया है। इसके लिए संगठन ने तय किया है कि प्रदेश के सभी संभागों की कमान पार्टी के दूसरे राज्यों के प्रदेश संगठन महामंत्री संभालेंगे। वह न सिर्फ कार्यकर्ताओं को मोटिवेट करने का काम करेंगे बल्कि उनके भीतर पनप रहे असंतोष को भी शांत करेंगे। सूत्रों का कहना है कि दूसरे राज्यों के प्रदेश संगठन महामंत्रियों को भेज कर केंद्रीय नेतृत्व मध्य प्रदेश में कार्यकर्ताओं के वास्तविक का असंतोष को भी भांपना चाहता है। इसके साथ ही संगठनात्मक और केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं की रिपोर्ट का फीडबैक भी एक नए सिरे से जुटाना चाहता है। केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर गुजरात के प्रदेश संगठन महामंत्री इंदौर संभाग की कमान संभालने के लिए पहुंच भी गए हैं और उन्होंने संभाग में विधानसभा स्तर पर बैठकों का दौर शुरू भी कर दिया है। इसी तरह की स्थिति अन्य संभागों में भी है।
प्रबुद्ध जनों के सम्मेलन की भी तैयारी, जिलों से मांगी सूची
पार्टी अब विधानसभा स्तर पर प्रबुद्ध जनों के सम्मेलन की भी तैयारी कर रही है। इसके लिए सभी जिलों से विधानसभा स्तर पर साहित्यकार, कलाकार, उच्च पदों पर काम करने वाले अधिकारी, बिजनेसमैन, उद्योगपति, क्रिकेटर, खिलाड़ी, सफल उद्यमी, समाज सेवी समेत अन्य प्रबुद्ध जनों की सूची मांगी गई है। इस सूची में शामिल लोगों को प्रबुद्ध जन सम्मेलन में बुलाया जाएगा और उन्हें भाजपा की रीति बताने के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं नीतियों से अवगत कराया जाएगा। जल्द ही प्रबुद्ध जन सम्मेलन भी शुरू हो जाएंगे।