भोपाल। मिसरोद से सीहोर नाका तक बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम बीआरटीएस खत्म कर इसपर 619 करोड़ रुपए से एलीवेटेड रोड यानि मौजूदा सडड़ पर ही दूसरी रोड बनाई जाएगी। यह राष्ट्रीय राजमार्ग के सुपुर्द होने के बाद यहां केंद्र के ब्रिज फंड से राशि मिलेगी। बीआरटीएस शहर के बीच में यातायात आवाजाही का सबसे बड़ा अडंगा साबित हो रहा था। इसका मेंटेनेंस भी नगर निगम को भारी पड़ रहा था। यही वजह है कि इसे खत्म करने नए एलीवेटेड रोड का प्लान तैयार हुआ। एक अनुमान के अनुसार एलीवेटेड रोड पर 1200 करोड़ रुपए से अधिक राशि खर्च हो रही है।
यहां भी बनेंगी एलिवेटेड रोड
- 234 करोड़ रुपए से बैरागढ़ में लाऊखेड़ी से सीहोर नाका तक एलीवेटेड रोड
- 385 करोड़ रुपए से बरकतउल्ला विवि से मिसरोद थाने तक करीब साढ़े पांच किमी का एलीवेटेड रोड
- 321 करोड़ रुपए आनंद नगर के पटेल नगर से रत्नागिरी तक
- 234 करोड़ रुपए में कोलार रोड पर सर्वधर्म से बैरागढ़ चिचली तक एलीवेटेड रोड निर्माण
- 35 करोड़ रुपए से प्रभात चौराहा पर 750 मीटर एलीवेटेड रोड
यह होगा नई सड़कों से लाभ
एलीवेटेड रोड एक तरफ से बायपास रोड की तरह काम करेंगे। जिन नीचली सड़कों पर ये एलीवेटेड रोड बनेंगे, वहां अन्य जगहों के लिए पहुंचने वाला यातायात सीधे निकल जाएगा। इससे शहर के दस से अधिक प्रमुख क्षेत्रों में ट्रैफिक भार 40 फीसदी घट जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि नए साल में इनकी कागजी प्रक्रियाएं पूरी हो जाएगी और कुछ का निर्माण भी नए साल में शुरू हो सकता है।
कृष्णा गौर, विधायक, गोविंदपुरा का कहना है, मेरे विधानसभा क्षेत्र में बीआरटीएस में यातायात की समस्या काफी बनी रहती थी। ऐसे में इसे राष्ट्रीय राजमार्ग को सुपुर्द कर दिया गया है। यहां एलीवेटेड कॉरीडोर से ट्रैफिक को राहत दी जाएगी।