MP Deputy CM Rajendra Shukla : मध्य प्रदेश विधानसभा में बीजेपी की बंपर जीत के बाद लोगों की निगाहें अगले मुख्यमंत्री पर टिकी थी। 8 दिनों के बाद सोमवार को तीन सदस्यों वाली पर्यवेक्षकों ने राजधानी भोपाल में विधायक दल के साथ बैठक की। इस बैठक में लंबी चर्चा के बाद प्रदेश के अगले सीएम के रुप में मोहन यादव के नाम पर मुहर लग गई। मध्य प्रदेश में भी बीजेपी ने एक मुख्यमंत्री के साथ दो उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया है। मोहन यादव मुख्यमंत्री के रुप में शिवराज सिंह चौहान की जगह लेंगे, तो वहीं राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा उपमुख्यमंत्री होंगे। विंध्य क्षेत्र से आने वाले राजेंद्र शुक्ला को मप्र का डिप्टी सीएम बनाया गया है। शुक्ला ने छात्र जीवन से राजनीत की शुरुआत की और अब प्रदेश डिप्टी होंगे। जानिए राजनीतिक सफर की कहानी?
छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लग चुकी है, जबकि जल्द ही राजस्थान के अगले सीएम के नाम की घोषणा होने की उम्मीद है। बीजेपी ने अभी तक जिन प्रदेशों में विधानसभा चुनाव जीता है, वहां पर सीएम के नाम का एलान कर सबकों चौंका दिया है। सीएम और दो डिप्टी सीएम के एलान के बाद, आमलोगों को उके बारे में जानने की उत्सुकत बढ़ गई है।
जानिए राजेंद्र शुक्ला की राजनीतिक सफर की कहानी
पेशे से इंजीनियर राजेंद्र शुक्ला को उपमुख्यमंत्री का पद पर नियुक्त कर सबकों चौंका दिया। राजेंद्र शुक्ला का जन्म 1964 को रीवा में हुआ था। नवनियुक्त उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने ब्राह्मण समाज से आते हैं। उनकी ब्राह्मण वोटर्स पर मजबूत पकड़ मानी जाती है। उनका ताल्लुक मध्य प्रदेश के विंध्य क्षेत्र से हैं। राजेंद्र शुक्ला ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत छात्र जीवन से हो गई थी, साल 1986 में उन्होंने सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्र संघ के अध्यक्ष रहे थे। साल 1998 में नवनियुक्त डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने रीवा से विधानसभा चुनाव लड़ा था, इस चुनाव में उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार पुष्पराज से हार का सामना करना पड़ा था।लेकिन उनकी हार का अंतर बहुत कम था।
रीवा से पांचवी बार जीते राजेंद्र शुक्ला
साल 2003 में रीवा सीट से एक बार फिर बीजेपी ने राजेंद्र शुक्ला को उम्मीदवार बनाया है, इस बार उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी पुष्पराज हराकर पहली मध्य प्रदेश विधानसभा में पहुंचे। इससे पहले रीव सीट से पुष्पराज सिंह ने लगातार तीन बार साल 1990, 1993, 1998 में जीत दर्ज किया था। राजेंद्र शुक्ला ने साल 2003 में रीवा से जीत दर्ज कर उनके विजय रथ पर ब्रेक लगा दिया। इसके बाद उन्होंने यहां से साल 2003 के अलावा साल 2008, 2013, 2018 और 2023 विधानसभा चुनाव में जीत दर्जी की।
एमपी सरकार में 4 रह चुके हैं मंत्री
राजनीतिक समझ और मजबूत प्रशासनिक पकड़ के कारण राजेंद्र शुक्ला को मध्य प्रदेश सरकार में 4 बार मंत्री बनाया गया। इस दौरान उन्होंने कई अहम मंत्रालयों में अपनी जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन किया। साल 2023 विधानसभा चुनाव में राजेंद्र शुक्ला ने रीवा से लगातार पांचवी बार जीत दर्ज की। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र शर्मा को 21,339 वोटों के अंतर से हराया। विधानसभा चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत में राजेंद्र शुक्ला ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यूपी और छत्तीसगढ़ की तर्ज पर बीजेपी ने मध्य प्रदेश में भी मुख्यमंत्री के साथ दो उपमुख्यमंत्री बनाने का एलान किया है। राजेंद्र को डिप्टी सीएम बनाकर भाजपा ने विंध्य को साध लिया है, वहीं ब्राह्मण समाज पर भी अपनी पकड़ मजबूत की है।