Sawan Upay: सावन का महीना देवों के देव महादेव को समर्पित होता है। इस महीने में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। इस वर्ष सावन महीने की शुरुआत 4 जुलाई से हो रही है। सावन का महीना भगवान शंकर को अतिप्रिय होता है। इस माह में भगवान शंकर की अराधना करने शुभ फल की प्राप्ति होती है। भगवान शंकर की कृपा से व्यक्ति के सभी तरह के दुख- दर्द दूर हो जाते हैं।
ज्योतिषियों की मानें तो अधिकमास पड़ने के चलते इस वर्ष 59 दिनों का सावन है। अतः भक्तों को अपने आराध्य भगवान शिव की पूजा-उपासना हेतु 2 महीने मिलेंगे। धार्मिक मान्यता है कि भगवान शिव फल, फूल और जल अर्पित करने से प्रसन्न हो जाते हैं। उनकी कृपा से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। सावन माह में हर किसी को शिवजी को प्रसन्न करने के लिए कुछ काम करने चाहिए। आइए जानते हैं सावन माह में शिवजी को प्रसन्न करने के लिए क्या करना चाहिए।
शिवलिंग पर जल अर्पित करें। जो भी व्यक्ति श्रद्धा से भगवान शंकर के शिवलिंग पर जल अर्पित करता है उसको भगवान शंकर का विशेष आर्शीवाद प्राप्त होता है। शिवलिंग पर दूध- दही अर्पित करें भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर दूध, दही अर्पित करें। शिवलिंग पर दूध, दही अर्पित करने के बाद साफ जल से शिवलिंग का अभिषेक जरूर करें। भगवान शिव, माता- पार्वती और गणेश जी की आरती करें।
भगवान शंकर के साथ ही भगवान शंकर के परिवार की आरती भी करें। किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा- अर्चना की जाती है।
शिवलिंग पर चीनी, केसर, इत्र, देसी घी, चंदन, शहद, भांग ये चीजें भी अर्पित करें।
इस विधि से करें पूजा-
- सुबह जल्दी उठ जाएं और स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद साफ वस्त्र धारण करें।
- घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
- भगवान शिव का और सभी देवी- देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें।
- पुष्प अर्पित करें।
- भगवान शिव की आरती करें और भोग भी लगाएं। इस बात का ध्यान रखेंकि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।
- भगवान शिव का अधिक से अधिक ध्यान करें।
- धार्मिक मान्यता है कि भगवान शिव महज फल फूल और जल अर्पित करने से प्रसन्न हो जाते हैं। अतः भक्त यथा शक्ति तथा भक्ति भाव से भगवान शिव की पूजा आराधना करते हैं। इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। सावन महीने में शिव जी को प्रसन्न करने हेतु विशेष उपाय भी किए जाते हैं।