Guru Vakri 2023: सुख-संपदा, ऐश्वर्यव विलासिता के कारक गुरु ग्रह 4 सितंबर को मेष राशि में वक्री हुए थे। देवगुरु बृहस्पति आने वाले 118 दिन तक वक्री रहेंगे और फिर 23 दिसंबर 2023 को मेष राशि में मार्गी हो जाएंगे ज्योतिष में गुरु क सबसे महत्वपूर्ण ग्रह माना गय है। क्योंकि कुंजली में सबसे अधिक भाव के कारक तत्व इन्हीं के पास हैं। आपकी कुंडली में संतान, फाइनेंस, विवाह, शिक्षा, इनकम और मान-सम्मान स्टेटस सभी गुरु की स्थिति पर ही निर्भर करती है।
गुरु ग्रह 31 दिसंबर तक वक्री हो रहे हैं। गुरु का वक्री होना इस बात का संकेत है कि हम सभी को अपने जीवन में थोड़ा रूककर, ठहरकर या पीछे मुड़कर देखना चाहिए और विचार करना चाहिए कि गलती कहां हुई है। क्योंकि हम सभी जीवन में में छोटी-बड़ी गलतियां करते हैं, लेकिन हमें हर गलती से सबक लेना चाहिए। देवगुरु बृहस्पति लगभग चार महीने तक वक्री रहेंगे, जिसका सभी 12 राशियों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। वक्री गुरु की अवधि में कई राशि के जातकों को इस ग्रह की शुभ दृष्टि होने से लाभ हो सकता है। जानें इन अवधि की भाग्यशाली राशियों के बारे में।
सिंह राशि: सिंह राशि के जातकों को कार्यस्थल पर नई जिम्मेदारी मिल सकती है। दिलचस्प बात यह हैकि मेष राशि मेंबृहस्पति का वक्री होना विदेश यात्रा की संभावनाओं का भी संकेत देता है। आप अपनी बुद्धि के बल पर सही निर्णय लेने में सफल रहेंगे। सिंह राशि के नौवेंघर में मेष राशि में बृहस्पति के वक्री होने के दौरान रोमांचक अवसर मौजूद हैं। गुरु ग्रह की कृपा से आप अपने लंबित कार्यों को पूरा कर पाएंगे। इस दौरान आपके जीवन की बाधाएं दूर होंगी।
धनुराशि: देवगुरु बृहस्पति का पांचवें घर में वक्री होना धनुराशि के युवाओं के लिए खुशखबरी का संकेत है। पारिवारिक मामलों में सुधार होनेकी उम्मीद है। परिवार मेंकिसी नए सदस्य का आगमन हो सकता है। इस दौरान आपको कोई बड़ी उपलब्धि मिल सकती है। धनुराशि के जातक इस दौरान वित्तीय सफलता की उम्मीद कर सकते हैं। बचत करने में सफल रहेंगे।
मकर राशि: मकर राशि वालों के लिए वक्री गुरु कार्यों में सफलता दिलाएंगे। आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और आप लक्ष्यों की ओर आगे बढ़ेंगे। इसके अलावा भूमि, भवन व वाहन की खरीदारी के भी संकेत मिल रहे हैं। मकर राशि के लोग नई संपत्ति अर्जित कर सकते हैं या महत्वपूर्ण रियल एस्टेट निवेश कर सकते हैं। मेष राशि में बृहस्पति के वक्री होने के दौरान पैतृक धन का लाभ मिल सकता है। ननिहाल पक्ष सेसुखद समाचार मिलने के आसार हैं।
गुरु की दसवें भाव पर नौंवीं दृष्टि आपके कर्म स्थान को मजबूत करने वाली साबित होगी। आपके जॉब और प्रोफाइल में स्टेट्स में बढ़ोतरी होगी। प्रमोशन के साथ वर्कप्लेस चेंज हो सकता है। लेकिन आपकी सोसाइटी और पब्लिक में डिग्निटी और रेस्पेक्ट में पॉजिटिव चेंज आप खुद देख पाएंगे। किसी न्यू बिजनेस या कम्पनी के इनोग्रेशन में शामिल हो सकते हैं। इस वक्री पीरियड के दौरान आपकी जॉब और फैमिली को लेकर रेस्पाॅसिब्लिटी बढ़ने वाली है।