Hindu festival: सावन का पहला सोमवार कल है। ये शिवभक्तों के लिए बहुत खास होता है। हिंदू धर्म में सावन को सबसे महत्वपूर्ण और पावन महीना माना जाता है। यह महीना शिवजी का प्रिय माह होता है और पूरे सावन शिवभक्त भगवान शिव की अराधना करते हैं। 10 जुला ई को सावन का पहला सोमवार है। सावन माह के प्रत्येक सोमवार शिव भक्तों के लिए सबसे खास माने जाते हैं। इस दिन शिव भक्त व्रत रखते हैं और विधि पूर्वक पूजा करते हैं। सावन माह का समापन 31 अगस्त को होगा।
हालांकि इस बार सावन के पहले सोमवार को पंचक भी लग रहा है, इसलिए लोगों के मन में पूजा और जलाभिषेक को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। पंचक काल को हिंदू धर्म में अशुभ माना जाता है और इस दौरान पूजा-पाठ से लेकर शुभ काम नहीं किए जाते। ऐसे में चलिए जानते हैं इस दिन पंचक का क्या प्रभाव होगा।
शुभ मुहूर्त
सावन की सोमवार में किए गए पूजा और व्रत से दोगुना फल मिलता है। सावन के पहले सोमवार पर शिवजी की पूजा के लिए शाम 05 बजकर 38 मिनट से 07 बजकर 22 मिनट तक का समय शुभ रहेगा। सावन का महीना 04 जुलाई से शुरू हो चुका है और इसका समापन 31 अगस्त को होगा। अधिकमास लगने के कारण इस साल सावन 59 दिनों यानी दो महीने को होगा और कुल 8 सावन सोमवार व्रत रखे जाएंगे। सावन का पहला सोमवार व्रत 10 जुलाई को रखा जाएगा। लेकिन इस दिन पंचक का साया रहने वाला है।
पंचक की शुरुआत
ज्योतिष के अनुसार, व्रत और शिव पूजन के लिए पंचक मान्य नहीं होगा और पंचक में भी आप बेझिझक पूजा-पाठ कर सकते हैं। पंचक की शुरुआत 6 जुलाई 2023 से हो चुकी है। गुरुवार 6 जुलाई दोपहर 01 बजकर 38 मिनट से पंचक शुरू हुआ है और इसका समापन सोमवार 10 जुलाई शाम को 06 बजकर 59 मिनट पर होगा। ऐसे में सावन का पहला सोमवार पंचक का साया रहेगा।