भारत जोड़ो यात्रा : मध्य प्रदेश में इस वक्त हर तरफ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा की चर्चा है। भारत जोड़ो यात्रा की पदचाप अब निमाड़ के मुहाने तक सुनाई पडऩे लगी है। भारत जोड़ो यात्रा 20 नवंबर की रात बुरहापुर के रास्ते मप्र में प्रवेश करेगी। मप्र कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश में यात्रा के स्वागत और इसके सफल संचालन के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ खुद पूरी यात्रा की तैयारियों की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। दरअसल, प्रदेश में अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मप्र कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा को अपने लिए बड़े अवसर के रूप में देख रही है। पार्टी यात्रा के जरिए प्रदेश में अपने पक्ष में चुनावी माहौल बनाने की तैयारियां कर रही है, ताकि चुनावी नैया को पार लगाया जा सके। यही वजह है कि यात्रा को लेकर पूरे प्रदेश में सकारात्मक माहौल बनाने के लिए 17 उपयात्राएं निकाली जा रही हैं, जो हर जिले से होकर गुजरेंगी। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को यात्रा के सफल प्रबंधन को लेकर अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये नेता हैदराबाद जाकर यात्रा संबंधी व्यवस्थाएं भी देख चुके हैं, ताकि व्यवस्थाओं में कोई कमी न रह जाए। यात्रा के जरिए कांग्रेस विभिन्न वर्गों को साधने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। यात्रा के बहाने पार्टी सॉफ्ट हिंदुत्व का कार्ड भी खेलने जा रही है। प्रदेश में यात्रा के दौरान राहुल गांधी के ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर ज्योर्तिलिंग के दर्शन, मां नर्मदा आरती, दरगाह-ए-हकीमी, गुरुद्वारा बुरहानपुर, बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली महू, संविधान दिवस का कार्यक्रम, रानी अहिल्या बाई को श्रद्धा सुमन व शहीद टंट्या भील की जन्मस्थली पर श्रद्धासुमन अर्पित करने जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को प्रस्तावित किया गया है। यात्रा में साधु-संत भी राहुल गांधी के साथ पदयात्रा करेंगे।
मालवा-निमाड़ की 66 सीटों पर सबसे ज्यादा फोकस
भारत जोड़ो यात्रा मुख्यत: निमाड़ और मालवा अंचल के 6 जिलों से होकर गुजर रही है। यात्रा के माध्यम से कांग्रेस का सबसे ज्यादा फोकस दोनों अंचलों की 66 सीटों पर है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मालवा और निमाड़ क्षेत्र में बढ़त मिली थी। यहां की 66 विधानसभा सीटों में से 36 पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। 27 सीटों पर भाजपा और 3 सीटों निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव जीते थे। पिछले चुनाव में भाजपा को खरगोन, बुरहानपुर, झाबुआ और अलीराजपुर जिले में एक भी सीट नहीं मिली थी। हालांकि नवंबर, 2020 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस को अंचल की छह सीटों पर पराजय का सामना करना पड़ा था। पार्टी 2018 के चुनाव परिणाम फिर दोहराने के लिए यात्रा की तैयारियों के माध्यम से मैदानी जमावट में जुटी है। क्षेत्र के सभी प्रमुख सामाजिक संगठन और प्रबुद्ध नागरिकों की सूची तैयार की जा रही है, जिनसे राहुल गांधी संवाद करेंगे। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भारत जोड़ो यात्रा के साथ कमलनाथ प्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव की जीत का शुभारंभ करेंगे। यह यात्रा कांग्रेस के जनाधार को मजबूत करेगी। गौरतलब है कि भारत जोड़ो यात्रा बुरहानपुर, खरगोन, खंडवा, इंदौर, उज्जैन और आगर-मालवा जिलों से होकर गुजरेगी। यात्रा प्रदेश में 382 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
शेरा 10 किमी लंबा रेड कारपेट बिछाकर करेंगे यात्रा का स्वागत
बुरहानपुर व खंडवा में भारत जोड़ो यात्रा की व्यवस्था का जिम्मा संभाल रहे निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा यात्रा के अभूतपूर्व स्वागत की तैयारी कर रहे हैं। वे रास्ते में करीब 10 किलोमीटर लंबा रेड कारपेट बिछाकर यात्रा का स्वागत करेंगे। रेड कारपेट गांव बोदरली से करीब 10 किमी आगे तक बिछाया जाएगा। साथ ही यात्रा के मार्ग में विशाल रंगोली बनाई जाएंगी।