Sunday, March 26, 2023
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तो क्या वाकई रहस्यमयी नंबर 4 एवं 8 ही ले गया सायरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) को भी..

Cyrus Mistry : साइरस मिस्त्री का जन्म 4 जुलाई 1966 को (मूलांक-4 एवं योगांक-8 ) हुआ था। वह एक आयरिश उद्यमी थे जिन्होंने 2012 से 2016 तक टाटा ग्रुप के मुख्य अध्यक्ष के रूप में कार्य किया था। टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस 4 सितंबर 2022 (मूलांक 4 एवं योगांक 1) को अहमदाबाद से मुंबई जाने के दौरान रास्ते में एक रोड दुर्घटना का शिकार हो जाते है और उनकी मृत्यु हो जाती है। इस खबर ने देश को पूरी तरह से दहला कर रख दिया है वह देश के सबसे प्रचलित और सबसे बड़े कंपनी के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे।

आप देखेंगे की सायरस मिस्त्री के जन्म एवं मृत्यु में मूलांक 4 की दो बार आवृति हुई है एवं एक बार 8 और 1 अंक आया है |

अगर 4 और 8 जन्मांक या मूलांक वाले व्यक्ति के साथ 1 या 9 जन्मांक या मूलांक जुड जाए तो तो यह अंक मारक होता हें एव किसी ना किसी क्षेत्र में सौ फीसदी भयंकर दुर्घटना देता है उदाहरणतह: भारत के पूर्व प्रधानमन्त्री श्री राजीव गाँधी का मूलांक 1 है।

शास्त्रों के अनुसार सभी अंको का कोई ना कोई स्वामी ग्रह अवश्य होता है। जैसे:- 1 का सूर्य, 2 का चंद्र, 3 का गुरु, 4 का राहू, 5 का बुध, 6 का शुक्र, 7 का केतु, 8 का शनि, 9 का मंगल। माना जाता है की राहू एव केतु छाया ग्रह है और इनका अपना कोई अस्तित्व नहीं है और तो और राहू शनि जैसा फल देता है तथा केतु मंगल जैसा। इस प्रकार यदि देखे तो 4 एवं 8 ये दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हुए । फर्क बस इतना है की अंक 4 अचानक बड़ी त्रासदी एव अचानक ही बड़ी उपलब्धि देता है वही अंक 8 धीरे-धीरे शिखर पर पहुचाता है । इन अंको में एक महत्वपूर्ण बात है की जिसका भी जन्मांक या मूलांक 4 या 8 है उसके जीवन में कोई ना कोई त्रासदी अवश्य रहती है। ये दोनों ही अंक जीवन में कोई ना कोई दुर्घटना अवश्य देते है। सही मायनो में ये दोनों ही दुर्घटना के कारक ग्रह है ।

इन दोनों अंको में एक बड़ी विशेषता यह है की ये दोनों अपने आलावा किसी और को बर्दाश्त नहीं करते। यदि मूलांक 4 या 8 में से कोई भी हो तो वह उसके जीवन के हर क्षेत्र में हावी रहेगा। जैसे विवाह की तारीख, नौकरी की तारीख, निवास स्थान का अंक, वाहन का अंक, और तो और सबसे महत्त्वपूर्ण बात की उसके कोई ना कोई संतान का संभवतः प्रथम संतान का जन्मांक या मुलंक भी 4 या 8 ही होगा। इसलिए 4 या 8 अंक वालो को यह अंक जीवन के हर क्षेत्र में अपनाना चाहिए। इसके अलावा दूसरा अंक अपनाने पर उन्हें उतना ही भयंकर नुकसान भी हो सकता है ।

इन अंको के साथ एक बात अवश्य है की इससे सम्बंधित व्यक्ति उस वर्ष में कोई ना कोई उपलब्धि अवश्य पाते है ।जिस वर्ष में मूलांक 4 और 8 हो जैसे उस वर्ष विवाह होना, अचानक स्थाई सम्पति पाना, या कोई बड़ा पद पाना।

सिर्फ सायरस मिस्त्री ही नही भारतीय राजनीती भी इससे अछूती नही रही है|

  • उदाराहंतः अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25-12-1924 को हुआ। और उनका मूलांक 8 है और यह सभी को मालूम है की वो अविवाहित रहे। 1996 में प्रथम बार जब अटल जी प्रधानमंत्री बने तो 13 दिन में ही हट गए परन्तु 1997 में में जब वे पुनः प्रधानमंत्री बने तो पूर्ण कार्य काल पूरा किया
  • वर्ष 1997 के शुरू के 4 माह के लिए इंद्रकुमार गुजराल भी प्रधान मंत्री रहे। उनका भी जन्माक 4 है
  • के आर नारायण भी 1997 में देश के राष्ट्रपति बने। उनका भी जन्मांक 4 है
  • 29-04-1946 में जन्मे तथा मूलांक 8 वाले छात्तिश गढ़ के पूर्व मुख्या मंत्री अजित जोगी के लिए भी वर्ष 2002 यादगार रहा।
  • 19-07-2007 को देश की पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल का निर्वाचान।
  • 02-09-2009 को आन्ध्र के मुख्यमंत्री वायएसआर रेड्डी का लापता होना तथा 4 दिन बाद तथ्यों का उजागर होना।
  • अरुनाचाल के मुख्यमंत्री दारजी खांडू जिनका मूलांक 8 है वो भी आश्चर्यजनक तरीके से लापता हुए तथा परिस्थितियों से अब सभी वाकिफ हो चुके है।
  • तथा भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा राजेंद्र प्रसाद का मूलांक भी 8 ही है।
  • भारत की आजादी की तारीख 15-08-1947 है । इसके मूलांक 8 का नतीजा है की इसके बाद देश में घटित महत्वपूर्ण घटनाए 4 या 8 पर घटित हुई है। जैसे:- 26-11-1949 को भारतीय संविधान बना तथा 26-01-1950 को लागू हुआ।
  • 8 मूलांक में आजादी का ही नतीजा है की राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की हत्या 30-01-1948 को हुई। 13-05-1952 को प्रथम लोक सभा का गठन एव १९५२ में जवाहर लाल नेहरु का प्रधानमंत्री बनाना।
  • 26-01-1957 को जम्मू कश्मीर का संविधान लागू हुआ। वह क्या स्तिथि है किसी से छुपी नहीं है।
  • 31-10-1984 को माननीय श्रीमती इंदिरा गाँधी की हत्या। इसके कुछ दिन बाद भोपाल गैस त्रासदी हुई ।
  • 1993 में मुंबई में भयंकर बम विस्फोट हुआ और दंगे भडके। 26-01-2001 में गुजरात में भयंकर भुपंक आया। 2002 में गुजरात का गोधरा कांड हुआ।

साइरस मिस्त्री टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष थे। वाह टाटा पावर लिमिटेड के निदेशक में थे, और कन्वर्जेंस मीडिया प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी के एग्जीक्यूटिव मैनेजर भी थे। 2006 तक टाटा पावर के निदेशक और टाटा संस के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य करते हुए वह टाटा कंपनी के बोर्ड मेंबर में शामिल हुए थे।

इसके बाद उनके कार्य को देखते हुए 2011 में उन्हें टाटा संस समूह का उपाध्यक्ष बनाया गया था। जब वह टाटा समूह के बोर्ड मेंबर में शामिल हुए और एक उपाध्यक्ष का कार्य करने लगे तब उन्होंने शापूर्जी पल्लोंजी समूह से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद 2012 में टाटा पावर लिमिटेड और इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड के भी अध्यक्ष बने थे।

2006 में टाटा पावर लिमिटेड के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हुए और टाटा पावर लिमिटेड को नई ऊंचाइयों तक ले कर गए।
2011 तक साइरस मिस्त्री टाटा संस टाटा पावर लिमिटेड टाटा कंसल्टेंसी और टाटा कंपनी के निदेशक थे। उसके बाद 2011 से 2016 तक टाटा कंपनी में आए हुए बेहतरीन चढ़ाव के लिए साइरस मिस्त्री जिम्मेदार थे जिन्होंने कंपनी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया था।

लेखक श्री देवेन्द्र एम् साबले, एम.ए (ज्योतिष शास्त्र) एम.ए. (स्थापत्य वेद)भोपाल मध्य प्रदेश के प्रतिष्ठित ज्योतिष सलाहकार है | एवं गत 20 से अधिक वर्षो से ज्योतिष एवं स्थापत्य वेद में शोधार्थी के रूप में सेवारत है

ज्योतिष एवं वास्तु संबंधी सलाह हेतु संपर्क करे :-

आचार्य श्री देवेन्द्र एम् साबले,

एम.ए (ज्योतिष शास्त्र) एम.ए.(स्थापत्य वेद)

9770262977, 9691213008

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