Betel : भारतीय संस्कृति में पान या पान के पत्तों का आध्यात्मिक महत्व है। इसका इतिहास लगभग पांच हजार वर्ष पूर्व का है। दिल के आकार के पत्ते का उल्लेख विभिन्न प्राचीन और धार्मिक ग्रंथों में भी मिलता है। अपने सांस्कृतिक महत्व के अलावा, पान के पत्तों के सेहत को बनाए रखने का भी काम करते हैं। आयुर्वेद में इसे कई तरह के बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए खाने की सलाह दी जाता ही। इन पत्तों में मौजूद औषधीय गुणों की पुष्टि कई रिसर्च अध्ययनों में भी किया गया है।पान के औषधीय गुणों में जहरीले मुक्त कणों से लड़ने वाला-एंटीऑक्सीडेंट, डायबिटीज के लक्षणों को कम करने वाला-एंटीडायबिटिक, सूजन से लड़ने वाला-एंटी इंफ्लेमेटरी गुण के साथ एंटी-कैंसर, एंटी-अल्सर जैसे गुण पाए जाते हैं।
पान के साइड इफेक्ट्स
पान भी कैफीन और तंबाकू की तरह होता है। जो उत्तेजक प्रभाव पैदा कर सकता है। इससे मसूड़ों, उल्टी और दस्त की समस्या हो सकती है। इसका ज्यादा सेवन करने से लार में भी बढ़ोतरी होती है। इसका ज्यादा सेवन करने से सीने में दर्द और निम्न रक्तचाप की समस्या हो सकती है।
कितने पान खा सकते हैं?
एक दिन में एक पान खाने से बॉडी के टॉक्सिक पदार्थों को बाहर करने में मदद मिलती है। जिससे पेट के सामान्य पीएच लेवल को सही किया जा सकता है। ये भूख भी बढ़ाता है।
पान खाने से होता है थायराइड?
पान के पत्ते थायरॉयड के लिए उत्तेजक और निरोधात्मक दोनों हो सकते हैं। खास कर पुरुषों में T3 पीढ़ी और लिपिड पेरोक्सीडेशन के आधार पर।
क्या पान के पत्ते से ब्लड प्रेशर बढ़ता है?
पान के पत्तों में एंटीकैंसर, एंटीमाइक्रोबियल और एंटीडायबिटिक गुण रहते हैं। आयुर्वेदिक ग्रंथों और कुछ वैज्ञानिक अध्ययनों में भी बताया गया है कि हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में इससे मदद मिलती है।
कैसे तैयार करे पान के पत्तों का पानी
एक्सपर्ट बताते हैं कि पान के पत्तों का पानी तैयार करन के लिए आप 2-3 पत्तों पानी में पिसकर मिला लें, और इसमें नींबू मिलाएं।इसके अलावा रात भर पानी में पान के पत्तों को भिगोकर इसमें नींबू मिलाकर रोज इसका सेवन किया जा सकता है। खाली पेट इसका सेवन बेहतर परिणाम दे सकता है।
जानिए पान खाने के फायदे

मुंह की दुर्गंध होती है दूर
खाना खाने के बाद पान के पत्तों का पेस्ट चबाने से न आंतों की सेहत बढ़ जाती है। इसके अलावा सांसों की दुर्गंध और मुंह की दुर्गंध को भी दूर करता है। अगर कोई दांतों के दर्द, मसूड़ों में दर्द या सूजन की समस्या से परेशान हैं तो उसमें भी राहत मिलती है। इसके अलावा मुंह के संक्रमण की रोकथाम करने में भी फायदेमंद रहता है।
डायबिटीज से राहत
पान के पत्तों में एंटी हाइपरग्लाइसेमिक गुण होता है, जो रक्त में मौजूद ग्लूकोज को नियंत्रित करने में काम करते हैं। यदि आप डायबिटीज से पीड़ित हैं तो इसके सेवन से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।पान के पत्ते में औषधीय गुण होते हैं। ब्लड शुगर के इलाज के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। पान के पत्ते रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। इस तरह शुगर का इलाज किया जा सकता है।
डेंटल हीलिंग के लिए लाभकारी
दांतों को मजबूत बनाने और ओरल हेल्थ को दुरुस्त रखने में भी पान के पत्ते का इस्तेमाल किया जा सकता है। बैक्टीरिया की वजह से दांतों को होने वाले नुकसान को ठीक करने में पान के पत्ते एक दवा की तरह काम करते हैं। इसके साथ ही बैक्टीरिया की वजह से होने वाले मुंह के संक्रमण से भी राहत देने का काम कर सकते हैं।
खांसी से राहत
पान के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-माइक्रोबियल औषधीय गुण पाए जाते हैं। यह गुण खांसी से राहत दिला सकते हैं और संक्रमण को दूर कर खांसी के दौरान गले के कंजेशन से छुटकारा यानी गले को साफ करने का कार्य भी कर सकते हैं।क्या आप अपनी खांसी की समस्या से छुटकारा पाने के लिए एक प्राकृतिक इलाज की तलाश है? तो इस समस्या से आपको पान का पत्ता बचा सकता है। पत्ते में एंटीबायोटिक्स होते हैं जो लगातार खांसी को ठीक करने में हेल्प करते हैं। सुपारी में ये एंटीबायोटिक्स कफ को कम करते हैं और खांसी के कारण होने वाली सूजन को कम करते हैं।
कैंसर से बचाव
पान के पत्तों के अर्क में एंटी कैंसर गुण शामिल होते हैं, जो कैंसर को पनपने से रोकने में सहायता कर सकता है। एंटी कैंसर गुण ट्यूमर को बढ़ने से रोकने में भी कारगर सिद्ध हो सकता है। इसके साथ ही यह कैंसर की रोकथाम में भी सहायता कर सकता है।
वेट लॉस में मददगार
पान के पत्ते शरीर में ऑक्सीडेशन प्रक्रिया को बढ़ाते हैं, जो भूख को प्रभावित किए बिना वजन को कंट्रोल में रखता है। जिससे बढ़ते वजन से राहत मिल सकती है।
कब्ज से छुटकारा
कब्ज से परेशान है? तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं क्योंकि पान का पत्ता इससे बचने में आपकी मदद कर सकता है! रोजाना कुछ पान के पत्तों को चबाने से आपकी बॉडी से सारे टॉक्सिन्स बाहर निकल सकते हैं, जिससे आपको कब्ज से तुरंत राहत मिलती है। इसके अलावा, इसमें फाइबर बहुत अधिक मात्रा में होता है जो कब्ज को कम करता है।पान के पत्ते का इस्तेमाल पाचन संबंधी समस्याओं से राहत पाने के लिए भी किया जा सकता है। क्योंकि पान के पत्तों को चबाने से जो लार बनती है वो पाचन कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करती है। ऐसा पान में पाए जाने वाले डायजस्टिव गुण के कारण होता है।
मुंह के कैंसर को रोकता है
अगर आपको लगता है कि पान का पत्ता खाना एक बुरी आदत है, तो हम आपको बता दें कि यह दांतों की सड़न को रोकता है और मुंह को फ्रेश करता है। जी हां अगर आप मुंह की दुर्गंध की समस्या से परेशान है तो पान के सेवन से इस बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है। आप रोजाना पान के सेवन से मुंह की दुर्गंध को दूर कर सकते है। इसके अलावा पान के पत्ते में एस्कॉर्बिक एसिड भरपूर मात्रा में होता है। तंबाकू के बिना इसका सेवन करने से मुंह के कैंसर से बचाता है।
सिरदर्द को ठीक करें
अगर आप सिरदर्द से परेशान हैं तो आपको इससे बचने के लिए पान के पत्ते खाने चाहिए। इन औषधीय गुणों से भरपूर पत्तों में मौजूद शीतलन गुण, बाहरी रूप से लगाने से दर्द से तुरंत राहत मिलती है। तो अगली बार जब भी आपके सिर में दर्द हो, तो अपने माथे पर इन पत्तों को रखना न भूलें।
घाव भरें
पान के पत्तों का उपयोग घावों के लिए एक उपाय के रूप में किया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, इन पत्तों का उपयोग घावों को एक पट्टी के रूप में इलाज और कवर करने के लिए भी किया जाता है, क्योंकि इनमें ऐसे यौगिक होते हैं जो उपचार को तेज करते हैं।
Note : हर दिन में एक पान के पत्ते का सेवन आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। पान के पत्ते शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम करते हैं। इसके साथ ही कई तरह की गंभीर बीमारियों के जोखिम को कम करने का काम भी करते हैं।