Health Tips: क्या आपको भी आइसक्रीम खाना बहुत पसंद है? पर क्या कभी सोचा कि यह आदत शरीर के फायदेमंद है या हानिकारक? हम में से कई लोग रात का खाना खाने के बाद आइसक्रीम खाना पसंद करते हैं, यह न सिर्फ आपको बेहतर स्वाद देता है साथ ही मूड को भी बेहतर करने में सहायक हो सकता है। पर अगर आप अक्सर या रोजाना ऐसा करते हैं तो इसके सेहत पर कई दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।
कई अध्ययनों में यह माना जाता रहा है कि आइसक्रीम खाने से वजन बढ़ता है पर क्या आप जानते है कि इसके संभावित दुष्प्रभावों में आपको हृदय रोगों का भी खतरा हो सकता है। इससे हमारे आंतों के माइक्रोबायोम पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। तो अगर आप भी अक्सर आइसक्रीम का आनंद लेना पसंद करते हैं तो इससे होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में भी जान लेना आवश्यक है।
आइसक्रीम हो सकते हैं हानिकारक
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, आइसक्रीम खाने के कई नकारात्मक पहलू हो सकते हैं पर इसका सबसे बड़ा दुष्प्रभाव आपकी नींद को खराब करने से संबंधित माना जाता है। खासकर यदि आप सोने से पहले इसका आनंद लेते हैं, तो इससे आपके नींद बाधित होने का जोखिम बढ़ सकता है। आइसक्रीम जैसी चीजें जिनमें चीनी की मात्रा अधिक होती है वह नींद की गुणवत्ता को गंभीर रूप से प्रभावित करने वाली हो सकती है।
एक अध्ययन के अनुसार, जो आहार अधिक मात्रा में कैलोरी (विशेष रूप से ऐडेड शुगर) से भरपूर होते हैं उनसे नींद की गुणवत्ता प्रभावित होने का जोखिम अधिक हो सकता है।
बढ़ सकती हैं दांतों की समस्याएं
यदि आप रात के समय आइसक्रीम खाने के बाद अपने दांतों को ब्रश नहीं कर रहे हैं तो इसमें मौजूद चीनी रातभर मुंह में मौजूद रह सकती है जो दांतों में कैविटी विकसित होने के खतरे को बढ़ा देती है। कॉलेज ऑफ ऑस्टियोपैथिक मेडिसिन स्कूल ऑफ डेंटल मेडिसिन में प्रोफेसर जैक हिर्शफेल्ड कहती हैं, ज्यादातर लोग रात में ब्रश नहीं करते हैं, ऐसे में अगर आइसक्रीम खाने से इसके तत्व शेष बचे रह जाते हैं तो यह आपके मौखिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
बढ़ सकता है वजन
आइसक्रीम में अधिक मात्रा में कैलोरी होती है, जो वजन बढ़ाने का कारक है। आइसक्रीम में ऐडेड शुगर की मात्रा भी होती है जिससे यह जोखिम और भी बढ़ जाता है। यदि आप पहले से ही बढ़े हुए वजन के शिकार हैं तो इस आदत से दूरी बना लेना या इसके सेवन को कम कर देना बेहतर है।
लिवर की समस्या का जोखिम
आइसक्रीम को फ्रुक्टोज से मीठा किया जाता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि प्रतिदिन फ्रुक्टोज वाली चीजें खाने से नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है। यह लिवर की बढ़ती हुई समस्या है जिसका अगर समय रहते इलाज न किया जाए तो इसके कारण लिवर सिरोसिस जैसी गंभीर समस्याओं का खतरा भी हो सकता है।