Frozen Food : आजकल के भागदौड़ भरी जिंदगी में फ्रोजन फूड का चलन तेजी से बढ़ रहा है। लोग समय बचाने के चलते फ्रोजन फूड पर निर्भर होते जा रहे हैं। मार्केट में भी ज्यादातर चीजें फ्रोजन मिलने लगी है। जैसे रोटी, पराठा, पनीर, नॉनवेज और भी बहुत सी चीजें जिसको बनाने में केवल 15 से 20 मिनट ही लगता है। फ्रोजन फूड भले ही आपका समय बचाते हैं, लेकिन सेहत के लिए इसके बहुत बुरे प्रभाव पड़ते हैं। क्योंकि फ्रोजन फूड में खाने के सभी पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं, जो सेहत के लिए बहुत जरूरी होते हैं। फ्रोजन फूड में हाइड्रोजेनेटेड पाम ऑयल का उपयोग होता है। जिसमें हानिकारक ट्रांस फैट होते हैं। इसके अलावा इन फूड्स में सोडियम की मात्रा भी बहुत अधिक पाई जाती है। जो हमारे शरीर को खोखला बना देती है। यह शरीर को कम जोर बना देता है।
यही नहीं अगर आप लगातार इसका सेवन कर रहे हैं, तो सावधान हो जाएं। क्योंकि इसके लगातार सेवन से आप कई गंभीर बीमारियों से प्रभावित हो सकते हैं। तो चलिए जानते हैं, फ्रोजन फूड के सेवन से सेहत को किस तरह के नुकसान झेलने पड़ते हैं।
कैंसर का खतरा
शोधों से पता चला है कि लम्बे समय तक फ्रोजन फूड खाने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. फ्रोजन मीट का रोज खाने से पेट के कैंसर यानि पैनक्रिएटिक कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। फ्रोजन फ़ूड खाने से शरीर में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ जाती है जो कैंसर का कारण बनती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण कम होते हैं।
डायबिटीज
फ्रोजन फूड के स्वाद और ताजगी को बरकरार रखने के लिए इनमें स्टार्च की मात्रा अधिक होती है। जब हम फ्रोजन फूड खाते हैं तो शरीर में इस स्टार्च को ग्लूकोज में बदल दिया जाता है। इस ग्लूकोज की अधिकता से ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है जिससे डायबिटीज जैसी बीमारी होने का खतरा बहुत बढ़ जाता है।
हार्ट की बीमारी (Heart disease) –
फ्रोजन फूड में मौजूद ट्रांस फैट्स क्लोज्ड, आर्टरी को ब्लॉक करती हैं। जिसके कारण दिल से संबंधित बीमारी होने लगती हैं। यही नहीं फ्रोजन फूड के सेवन से कोलेस्ट्रॉल लेवल बहुत तेजी से बढ़ने लगता है। क्योंकि इसमें बहुत अधिक मात्रा में केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। जो कि हार्ट के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं होता है।
वजन बढ़ता है
फ्रोजन फूड में कैलोरी और वसा अधिक होती है, जिससे वजन बढ़ता है। फ्रोजन फूड खाने के बाद जल्द भूख लगती है, इससे अधिक कैलोरी खाई जाती है। जिससे मोटापा और वजन तेजी से बढ़ता है।
फ्रोजन फूड में ट्रांस फैट की मात्रा ज्यादा होती है जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा देती है। ट्रांस फैट से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है और गुड कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है।बढ़ा हुआ बैड कोलेस्ट्रॉल हृदय रोगों का कारण बनता है। धमनियों में जमाव होने लगता है और दिल के दौरे पड़ने का खतरा रहता है।