Friday, March 29, 2024
Homeराज्‍यमध्यप्रदेशजाट महाकुंभ में दिग्गजों का जमावड़ा, शिवराज-कमलनाथ भी शामिल

जाट महाकुंभ में दिग्गजों का जमावड़ा, शिवराज-कमलनाथ भी शामिल

भोपाल। चुनावी साल में जाट महाकुंभ समाज अपनी ताकत दिखाने में जुटा हुआ है। समाज के लोग संगठित होकर राजधानी में ताकत दिखाते हैं, जिसका उन्हें फायदा भी होता है। जिन जातियों या समाजनों ने बीते महीनों में भोपाल में अपने समाज का सम्मेलन कर शक्ति का अहसास कराया, उसमें अधिकांश के जातियों के लिए कल्याण बोर्ड का गठन राज्य सरकार द्वारा कर दिया गया है। अब चुनावी समर में जाट समाज भी शक्ति का अहसास कराने आज रविवार को भोपाल में महाकुंभ का आयोजन किया है। इस महाकुंभ में प्रदेश के साथ देशभर के जाट समाज के बड़े नेता व दिग्गज व्यक्ति शामिल हो रहे हैं।

प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ भी जाट महाकुंभ में शामिल हो रहे हैं। जाट महाकुंभ के लिए जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के साथ ही केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान, कैलाश चौधरी, आरएलपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल, अखिल भारतीय जाट महासभा के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह जाट, आरक्षण संघर्ष समिति के यशपाल मलिक, आईएनएलडी के अध्यक्ष अभय चौटाला, राजस्थान के पूर्व मंत्री रामनारायण डूडी, पूर्व सांसद बद्री लाल जाखड़, मध्यप्रदेश के सांसद राव उदय प्रताप सिंह, राष्ट्रीय निशाने बाज खिलाड़ी मनु भाकर, मुक्केबाजी में गोल्ड मेडलिस्ट अमित पंघाल सहित समाज के राष्ट्रीय एवं विभिन्न प्रदेशों की समाज की हस्तियों को भी बुलाया गया है।

महाकुंभ में प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल को भी आमंत्रित किया गया है। जाट समाज के प्रवक्ता लक्ष्मण चौधरी ने बताया कि इस महाकुंभ में 14 सूत्रीय मांग पत्र समाज की ओर से केंद्र और राज्य सरकारों के साथ प्रमुख राजनीतिक दलों के सामने रखा जाएगा। ताकि सभी फोरम पर समाज के लोग अपना स्थान बना सकें। मध्यप्रदेश में जाट समाज के वीर सपूतों के साथ जाट समाज के महापुरुषों की यादों और उनके स्थानों को संरक्षित करने की मांग सहित जाट समाज अपने शैक्षिक, सामाजिक व सर्वांगीण विकास हेतु श्री वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड के गठन के साथ महानगरों में भूमि आवंटन सहित मांगे सरकार के सामने रखी जाएंगी।

जाट समाज की ये हैं मुख्य मांगें

  • केंद्र की भर्ती परीक्षाओं में जाट समाज को ओबीसी में शामिल किया जाए।
  • ओबीसी आरक्षण की बहाली की जावे 27त्न आरक्षण लागू किया जाए।
  • मध्यप्रदेश राज्य वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड का गठन किया जाए।
    -तेजाजी महाराज के निर्वाण दिवस तेजादशमी पर 1 दिन का प्रदेश में शासकीय अवकाश घोषित किया जावे ।
  • जाट समाज के शैक्षणिक भवन के लिए भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में भूमि आवंटित की जाए।
  • चुनाव के समय टिकट वितरण में जाट समाज के उम्मीदवारों को भाजपा से 10 टिकट दिए जाए।
  • ग्वालियर में स्थित महाराजा भीमसिंह राणा की छतरी एवं भीमताल को यथा स्थान पर संरक्षित किया जाए एवं ओंकारेश्वर में स्थित जाट धर्मशाला को भी यथास्थान पर रखा जाए।
  • हमारे समाज के महापुरुषों के इतिहास के साथ जो छेड़छाड़ की जा रही है उसे बंद कर इतिहासकारों की टीम बनाकर उसे सुधारा जाए।
  • हूण विजेता जाट सम्राट यशोधर्मन विर्क की मूर्ति भोपाल में स्थापित की जाए एवं मंदसौर में स्थित मूर्ति के नीचे शिलालेख पर जाट सम्राट यशोधर्मन विर्क अंकित किया जाए।
  • जोगा जाट किले की मरम्मत कराकर उसे जाट राजा जोगा सिंह द्वारा निर्मित स्मारक ऐसा शिलालेख लिखकर वहां लगाया जाए।
  • जाट महापुरुषों के इतिहास को प्रदेश के स्कूल के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए। (चंदेरी के जाट राजा पूरणमल जिन्होंने पवार को हराया था, यशोधर्मन विर्क जिन्होंने विश्व विजेता हूणों को हराया था, गोहद नरेश महाराजा भीम सिंह राणा जिनके किले को वल्र्ड हेरिटेज में शामिल किया गया जिनके राज्य में 360 किले और गढिय़ा थी)।
  • आजाद हिंद फौज के संस्थापक राजा महेंद्र प्रताप, हिंदू धर्म रक्षक महाराजा सूरजमल, महाराजा रणजीत सिंह, वीर गोकुला, भक्त शिरोमणि कर्मा बाई, धन्ना भगत उपरोक्त सभी महापुरुषों की प्रतिमाएं पूरे प्रदेश में स्थापित की जाए एवं इन्हें मध्यप्रदेश शिक्षा पाठ्यक्रम में भी सम्मिलित किया जाए।
RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments

Join Our Whatsapp Group