Fake Notes : मुंबई से सटे ठाणे में 8 करोड़ के नकली नोट मिले हैं। इस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जाली नोटों के मामले के पीछे एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का हाथ होने का संदेह है। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार ठाणे के कासारवडवली इलाके में करोड़ों के नकली नोट जब्त किए गए. पुलिस को शक है कि ये नोट अन्य देश से भारत आए हैं। बताया गया है कि मीरा रोड के पास एक इनोवा कार (एच 04 डीबी 5411) में नकली नोटों की तस्करी की जा रही थी। इसी के तहत पुलिस ने मौली स्नैक्स कार्नर, गायमुख चौपाटी, घोडबंदर रोड परिसर में जाल बिछाया। उस वक्त पुलिस ने एक इनोवा कार को रोका और उसकी तलाशी लेने पर कार की पीछे की सीट के नीचे 4 खाकी रंग के बॉक्स थे। जब बैग खोला गया तो दो हजार रुपए के कुल 8 करोड़ नकली नोट मिले। पुलिस ने कार में सवार राम रही शर्मा (52) और राजेंद्र रघुनाथ राउत (58) को हिरासत में ले लिया. ये नकली नोट अलग-अलग नंबर के थे, दोनों ने इन्हें प्रचलन में लाने की साजिश रची। पुलिस ने उन दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि ये नोट कहां से आए, इतनी बड़ी संख्या में ये नोट कहां से छापे गए और किसे दिए जाने थे।
2000 के नकली नोटों वाले 400 बंडल बरामद
नकली नोट छापने वाले इस गैंग के पास से पुलिस ने 2000 के नोटों वाले 400 बंडल बरामद किए है. फिलहाल पुलिस की तफ्तीश जारी है. पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि नकली नोट छापने वालों का नेटवर्क कहां तक फैला हुआ है. पुलिस के मुताबिक, बाजार में 2000 हजार रुपये के नोटों की कमी को देखते हुए जालसाज इसका फायदा उठाना चाह रहे थे.
पिछले महीने मुंबई-गुजरात से मिले थे 317 करोड़ के जाली नोट
अक्टूबर के पहले हफ्ते में पुलिस ने मुंबई और गुजरात के कई ठिकानों में विशेष अभियान चलाकर भारी मात्रा में नकली लोग जब्त किए थे. पुलिस ने छापेमारी में 317 करोड़ रुपये मूल्य के जाली नोट बरामद किए थे, जिसमें से 227 करोड़ रुपये मूल्य के जाली नोट अकेले मुंबई से जब्त किए गए थे. मामले में छह लोगों की गिरफ्तारी भी हुई थी, जिनमें एक कूरियर कंपनी चलाने वाला आरोपी विकास जैन भी शामिल था. पुलिस ने कूरियर सेवा के जरिये जाली नोटों को सप्लाई किए जाने का शक जताया था. पुलिस ने जानकारी दी थी कि मुंबई, सूरत, आणंद और जामनगर में कई ठिकानों पर छापेमारी के चलते 500 और 2000 के नकली नोट जब्त किए गए. पुलिस ने नोटबंदी के दौरान चलन से बाहर हुए 500 और 1000 रुपये के नोट भी बरामद किए थे.