नई दिल्ली। मोदी सरकार ने रबी सीजन के लिए किसानों को बड़ी राहत दी है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि फॉस्फेटयुक्त और पोटाशयुक्त उर्वरकों के लिए 22303 करोड़ रुपये की सब्सिडी को मंजूरी दी है। अनुराग ठाकुर ने बताया कि दुनिया में बढ़ती कीमतों के बीच हमारी सरकार पहले की तरह ही किसानों को 1350 रुपये प्रति बोरी की दर से डीएपी देना जारी रखेगी
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि रबी सीजन के लिए 1 अक्टूबर 2023 से 31 मार्च 2024 तक सब्सिडी रहेगी। नाइट्रोजन के लिए 47.2 रुपये प्रति किलोग्राम, फास्फोरस के लिए 20.82 रुपये प्रति किलोग्राम, पोटाश की सब्सिडी 2.38 रुपये प्रति किलोग्राम होगी। सल्फर सब्सिडी 1.89 रुपये प्रति किलोग्राम होगी। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हुई कैबिनेट की बैठक में सरकार ने किसानों के हित में निर्णय लिया है। किसान हितैषी सरकार ने फैसला किया है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती हुई खादों की कीमतों का प्रभाव हम भारत के किसानों पर नहीं पड़ने देंगे।
रबी सीजन के लिए यह है कीमतें
अनुराग ठाकुर ने बताया कि आगामी रबी सीजन में नाइट्रोजन के लिए 47.2 रुपए प्रति किलो, फॉस्फोरस के लिए 20.42 रुपए प्रति किलो, पोटाश के लिए 2.38 रुपए प्रति किलो और सल्फर के लिए 1.89 रुपए प्रति किलो सब्सिडी प्रदान की जाएगी। इसके लिए कुल 22 हजार 303 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई है। उन्होंने कहा कि डाई-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) पुरानी दर के अनुसार 1350 रुपये प्रति बोरी ही मिलेगी। इसके अलावा नाइट्रोजन फास्फोरस और पोटेशियम (एनपीके) 1470 रुपये प्रति बोरी की कीमत पर मिलेगी।
सरकार नहीं चाहती किसानों पर पड़े असर
उन्होंने बताया कि सब्सिडी जारी रहेगी, क्योंकि जब अंतरराष्ट्रीय कीमतें बढ़ती हैं, तो सरकार नहीं चाहती कि इसका असर देश में हमारे किसानों पर पड़े। डीएपी पर सब्सिडी 4500 रुपये प्रति किलोग्राम जारी रहेगी। टन की बात करें तो डीएपी पुरानी दर के अनुसार 1350 रुपये प्रति बोरी मिलेगी। एनपीके 1470 रुपये प्रति बोरी की कीमत पर मिलेगी।