वॉट्सऐप ने मार्च 2023 में यूजर्स की शिकायतों और नियमों के आधार पर भारत में 47 लाख से ज्यादा अकाउंट को बैन कर दिया है। वॉट्सऐप की मंथली रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने 1 मार्च से 31 मार्च 2023 के बीच वॉट्सऐप ने 4,715,906 भारतीय यूजर्स के अकाउंट पर प्रतिबंध लगाया है। इन अकाउंट्स को भारतीय कानून और वॉट्सऐप के नियमों का उल्लंघन करने पर बैन किया गया है। रिपोट्र्स से यह भी पता चला है कि वॉट्सऐप को 4,720 शिकायतें मिली थीं। इनमें से 4,316 शिकायत में अकाउंट बैन करने की अपील की थी, लेकिन वॉट्सऐप ने केवल 585 के खिलाफ कार्रवाई की है। इससे पहले फरवरी में वॉट्सऐप ने 46 लाख भारतीय यूजर्स पर प्रतिबंध लगाया था। इससे पहले जनवरी में 29 लाख अकाउंट, दिसंबर में 36 लाख अकाउंट और नवंबर में 37 लाख अकाउंट बैन किए थे।
क्यों बैन होते हैं अकाउंट?
कंपनी के मुताबिक अगर कोई गैर-कानूनी, अश्लील, मानहानि से जुड़ा, धमकाने, डराने या परेशान करने, नफरत फैलाने या फिर किसी को उकसाने वाला कंटेंट अपने वॉट्सऐप पर शेयर करता है, तो उसका अकाउंट बैन कर दिया जाता है। इसके अलावा अगर कोई यूजर कंपनी के नियम और शर्तों का उल्लंघन करता है, तो भी उसका अकाउंट बैन किया जा सकता है।
वॉट्सऐप को अब एक साथ 4 फोन में चला सकेंगे
इससे पहले पिछले हफ्ते वॉट्सऐप ने एक बड़ा बदलाव किया है। अब यूजर्स एक ही अकाउंट को एक साथ 4 फोन में इस्तेमाल (लॉग-इन) कर सकेंगे। वैसे तो यूजर्स WhatsApp Web की मदद से एक ही अकाउंट को फोन और PC (डेस्कटॉप) दोनों में यूज कर सकते हैं, लेकिन अब ये फीचर फोन के लिए भी मिलेगा। कंपनी के मुताबिक, वॉट्सऐप का यह फीचर कुछ हफ्तों में सभी यूजर्स तक पहुंच जाएगा। कुछ दिनों पहले ही इस फीचर को WhatsApp Beta यूजर्स के लिए रिलीज किया गया था। वॉट्सऐप की पेरेंट कंपनी META के CEO मार्क जुकरबर्ग ने इस नए फीचर की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा- ‘अब आप एक साथ चार फोन पर वॉट्सऐप लॉग-इन कर सकेंगे।’
हर महीने जारी होती है रिपोर्ट
लेटेस्ट सेफ्टी रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च महीने में 4720 ग्रीवेंस रिपोर्ट्स मिली हैं और 585 अकाउंट्स पर एक्शन लिया गया है. दरअसल, नए आईटी नियमों के तहत 50 लाख से ज्यादा यूजर्स वाले किसी भी सोशल प्लेटफॉर्म को पब्लिक कंप्लायंस रिपोर्ट जारी करनी होती है. इस रिपोर्ट में यूजर्स की शिकायत और उस पर लिए गए एक्शन की जानकारी होती है. पिछले कुछ वक्त से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर गलत जानकारी फैलाने वाले कंटेंट, फेक न्यूज सर्कुलेट करने और हेट स्पीच जैसे कंटेंट बढ़े हैं. इसके लिए IT नियमों में ग्रीवेंस ऑफिसर और कमेटी को शामिल किया गया है.