कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्ण का एक बयान सामने आया है जिसमें वह कह रह हैं कि अब तो इंडिया गठबंधन का पटना में अंतिम संस्कर हो चुका है। इससे पहले भी आचार्य प्रमोद कृष्ण बयान दे चुके थे कि यदि इंडिया गठबंधन को प्रियंका गांधी या अरविंद केजरीवार कोर्डिनेट कर रहे होते तो शायद नीतीश कुमार इस गंठबंधन को छोड़कर नहीं जाते। मैंने पहले भी कहा था कि नीतीश कुमार पर नजर रखो या तो उनका सम्मान करो। नीतीश कुमार लेकर उनका कहना था कि नीतीश कुमार अपनी विश्वसनीयता खो चुके हैं। इसकी वजह उनके फैसले और वो खुद हैं। कांग्रेस पर बोलते हुये वह कहते हैं कि कांग्रेस किसी को रोकने कोशिश नहीं करती है। जिसे जाना हो जाओ कांग्रेस एक महान पार्टी है। इंडिया गठबंधन जब से बना है तभी से यह गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हो गया था। अंत में वेंटिलेटर पर चला गया और कल नीतीश कुमार ने इसका अंतिम संस्कार भी कर दिया।
अब इंडिया गठबंधन का क्या होगा? कांग्रेस को अब पूरे देश में अकेले चुनाव लडऩे पर विचार करना चाहिए। इन बैसाखियों के सहारे इतनी बड़ी लड़ाई नहीं लड़ी जा सकती।जैसा कि आप जानते हैं कि रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आठ मंत्रियों के साथ पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ सभी को शपथ दिलायी। इससे पहले नीतीश कुमार ने महागठबंधन के सीएम पद से इस्तीफा दिया और शाम को एनडीए गठबंधन के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। सुबह 11 बजे राजभवन जाकर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को अपना इस्तीफा सौंपा। इसके छह घंटे बाद शाम पांच बजे उन्होंने नौवीं पर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। यह बिहार की पहली घटना है, जब एक ही दिन में किसी नेता का इस्तीफा और उसी दिन उनका शपथ हुआ।