मार्कस रशफोर्ड और फिल फोडेन की मदद से इंग्लैंड ने वेल्स को फीफा विश्वकप में ग्रुप बी के मुकाबले में 3-0 से हरा दिया। 1966 का चैंपियन इंग्लैंड लगातार दूसरी बार नॉकआउट में पहुंचा है। पहले हाॅफ में इंग्लैंड और वेल्स कोई गोल नहीं कर सकी थी। दूसरे हाफ में स्थिति बदल गई। इंग्लैंड ने दो मिनट में दो गोल कर मैच की तस्वीर बदल दी।रशफोर्ड ने 50वें मिनट में फ्री किक पर रक्षक खिलाड़ियों की दीवार के ऊपर से बेहतरीन किक लगाई जिस पर गेंद लहराती हुई गोलपोस्ट में उतर गई। गोलकीपर डाइव लगाने के बाद भी गोल न बचा सके। उसके बाद फोडेन ने बॉक्स में हैरी केन से मिले पास पर दमदार शॉट लगाकर स्कोर 2-0 कर दिया। दो गोल से पिछड़ने के बाद वेल्स की रक्षक पंक्ति बिखरी नजर आने लगी। इसका फायदा एक बार फिर रशफोर्ड ने उठाया जब उन्होंने इस मैच में अपना दूसरा और टीम का तीसरा गोल भी कर दिया।
मैनचेस्टर यूनाइटेड के खिलाड़ी ने केल्विन फिलिप्स के पास पर मौके को भुनाया। विश्वकप फाइनल्स में यह इंग्लैंड का 100वां गोल भी रहा। वेल्स की ओर से डेन जेम्स ने 56वें मिनट में एक प्रयास किया था। कीफर मूर ने भी प्रयास किए लेकिन गोल नहीं हो सके। पहले हाफ में वेल्स ने कड़ी टक्कर दी थी लेकिन दूसरे हॉफ में गेरेथ बेल के स्थानापन्न के बाद वेल्स कमजोर पड़ती चली गई जबकि इंग्लैंड का रुख और आक्रामक हो गया।
इंग्लैंड की टीम उसी स्थिति में ही अंतिम-16 की रेस से बाहर हो सकती थी जबकि वेल्स उसे चार गोलों के अंतराल से हरा दे लेकिन यहां तो इंग्लैंड ने एकतरफा वेल्स को धो दिया। 1958 के बाद पहली बार विश्वकप में खेल रहा वेल्स ग्रुप दौर में बाहर हो गया।हैरी केन इंग्लैंड के ऐसे पहले खिलाड़ी हो गए जिन्होंने एक विश्वकप में तीन गोल करने में मदद की। इससे पहले ऐसा 2002 में डेविड बेकहम ने किया था।इंग्लैंड और वेल्स के बीच यह 7वीं टक्कर थी, जिसमें इंग्लैंड ने छठी जीत हासिल की। एक मैच ड्रॉ रहा था।
स्टार मिडफील्डर क्रिस्टियन पुलिसिच के गोल की मदद से अमेरिका ने यहां मंगलवार देर रात को फीफा विश्वकप के ग्रुप-बी में ईरान को 1-0 से हराकर अंतिम-16 में जगह बनाई। अमेरिकी टीम ने आठ साल के बाद नॉकआउट में जगह बनाई है। इससे पहले टीम 2014 में नॉकआउट में पहुंची थी जहां उसका सफर अंतिम-16 तक रहा था। पहले हॉफ में अमेरिकी खिलाड़ी ज्यादा आक्रामक होकर खेले और गोल करने के ज्यादा मौके बनाए। पुलिसिच ने टीम को शुरुआती बढ़त दिलाई। डेस्ट ने बॉक्स के अंदर गेंद पुलिसिच को दी और उन्होंने इसे गोल में बदलने में कोई गलती नहीं की। अमेरिका यहां से 1-0 से आगे हो गया।