बसपा प्रमुख मायावती ने आंबेडकर को लेकर एक संत द्वारा दिए बयान की निंदा करने हुए कहा कि उनके बारे में बोलने से पहले सोचना चाहिए। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने शनिवार को जारी अपने बयान में कहा कि आए-दिन सुर्ख़ियों में बने रहने के लिए विवादित बयानबाजी करने वाले कुछ साधु-संतों को बाबा साहब डाॅ. भीमराव अंबेडकर के बारे में नहीं बोलना चाहिए।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि भारतीय संविधान के निर्माण में बाबा साहब के अतुल्य योगदान के बारे में सही जानकारी नहीं होने के कारण इस बारे में कोई भी गलत बयानबाजी करने की बजाय चुप रहना ही उचित होगा। साथ ही, बाबा साहब के अनुयायी, मनुस्मृति का विरोध क्यों करते हैं, उसे भी अपनी जातिवादी द्वेष की भावना को त्याग कर समझना चाहिए।
यह भी मालूम होना चाहिए कि बाबा साहब महान विद्वान व्यक्तित्व थे। इस मामले में कोई भी टीका-टिप्पणी करने वाले साधु-संत, उनकी विद्वता के मामले में कुछ भी नहीं हैं। लिहाजा इस बारे में भी कुछ कहने से पहले बचना चाहिए।