भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव चल रहा है। भारतीय जनता पार्टी 228 विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशी भी उतार चुकी है, सिर्फ दो सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा होनी बाकी है। नामांकन दाखिल करने के लिए सिर्फ एक दिन का समय बचा है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, वर्तमान भारतीय राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का तीन दिवसीय मध्यप्रदेश दौरा कई मायनों में बहुत महत्वपूर्ण है। अमित शाह कल छिंदवाड़ा जिले के जुन्नारदेव में चुनावी सभा की है, इसके पहले उन्होंने जबलपुर संभाग और देर रात तक भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के कार्यकर्ताओं और प्रभारियों की बैठक ली है। अमित शाह चुनाव प्रचार पर नहीं संगठनात्मक बैठक लेने मध्यप्रदेश आए हैं।
तीन दिन में शाह प्रदेश के सभी दस संभागों के कार्यकर्ताओं की बैठक लेेकर सीधे बात कर रहे हैं। शाह ने बीती रात भोपाल और नर्मदापुरम् संभाग के कार्यकर्ताओं, पार्टी पदाधिकारियों और चुनाव कार्य के लिए नियुक्त किए गए राष्ट्रीय पदाधिकारियों के सामने कार्यकर्ताओं से स्पष्ट कह दिया है कि अब नाराज होने का समय नहीं है। भारतीय जनता पार्टी को मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव जीतकर इतिहास बनाना है। भाजपा के सभी कार्यकर्ता प्रत्याशी का चेहरा नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को देखकर वोट करें, कमल का फूल देखकर वोट करें। सभी कार्यकर्ता नाराजगी दूर कर पार्टी के कार्य में लग जाएं। अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवारों को प्रचंड बहुमत से चुनाव जिताएं। पार्टी सभी कार्यकर्ताओं का ध्यान रखेगी। जिन लोगों ने विधानसभा चुनाव के लिए दावेदारी की थी, लेकिन किसी परिस्थितियों के कारण टिकट नहीं मिला, वे निराश और हताश न हों, भाजपा कार्यकर्ता को प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय अध्यक्ष जैसे पदों तक ले जाने वाली पार्टी है। सभी कार्यकर्ताओं की मेहनत, पार्टी के प्रति समर्पण भाव और ईमानदारी से कार्य करने को ध्यान में रखकर आगे कार्य किया जाएगा। सभी का ध्यान पार्टी नेतृत्व रखेगा, अभी आपस में मनमुटाव का नहीं कांग्रेस के झूठ की राजनीति का खुलासा कर राष्ट्र निर्माण के लिए चुनाव जीतने का समय है।
देर रात 36 सीटों के लिए बनाई रणनीति, आज सागर संभाग में बैठक
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह देर रात 12 बजे के बाद तक प्रदेश भाजपा कार्यालय में भोपाल और नर्मदापुरम संभाग की 36 विधानसभा सीटों को लेकर रणनीति बनाई। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, केंद्रीय मंत्री और प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, केंद्रीय मंत्री और प्रदेश चुनाव सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शामिल रहे। इससे पहले बंद कमरे में पदाधिकारियों के साथ बैठक में फीडबैंक लेने के साथ ही डैमेज कंट्रोल को लेकर चर्चा की। इसके बाद संभाग की बैठक को संबोधित करते हुए शाह ने अपील करते हुए कहा कि 20 दिन सारे काम छोड़कर जुट जाओ। बूथ पर बारीक नजर रखना है और अधिक से अधिक मतदान कराना है। उन्होंने बैठक में हाथ उठवाकर पूछा कि विधानसभा की स्थिति क्या है। उन्होंने नाराज नेताओं को लेकर कहा कि जरूरत पड़ी तो वह खुद बातचीत करेंगे।
जिसकी नाराजगी दूर न हो रही हो, मैं उससे मिलूंगा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक में कहा कि हर नाराज कार्यकर्ता को मनाना है। सरकार आने पर सभी कार्यकर्ताओं को बड़ा मौका दिया जाएगा। आगे अभी कई विकल्प बाकी हैं। यदि किसी कार्यकर्ता की नाराजगी दूर नहीं हो रही है, वह किसी बात का लेकर मुझसे बात करना चाहता है तो मुझे बताओ। मैं भाजपा के उस देव तुल्य कार्यकर्ता से स्वयं मिलूंगा और बात करके उसकी नाराजगी दूर करने का पूरा प्रयास करूंगा।