भोपाल। मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (एमपी बोर्ड) का कक्षा 10वीं और 12वीं का परीक्षा परिणाम (10th, 12th exam result) 25 मई को आने वाला है। पहले यह मंगलवार 23 मई को जारी होने की सूचना थी। सीबीएसई द्वारा कक्षा दसवीं और 12वीं का परीक्षा परिणाम घोषित किए जाने, प्रदेश के कॉलेजों में 25 मई से प्रवेश के लिए फार्म भरने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद एमपी बोर्ड के छात्रों को बेसब्री से परीक्षा परिणाम घोषित होने का इंतजार कर रहे हैं।
अब प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने स्पष्ट कर दिया है कि 23 मई को नहीं 25 मई को एमपी बोर्ड का कक्षा दसवीं और बारहवीं का परीक्षा परिणाम आ सकता है। हालांकि 25 मई को परीक्षा परिणाम जारी हो जाएगा, ऐसा भी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है। मंत्री ने 25 मई को परीक्षा परिणाम जारी होने की सिर्फ उम्मीद व्यक्त की है। मंत्री परमार का कहना है कि परिणाम जो भी आए, ये आखिरी मौका नहीं है। जीवन यहीं खत्म नहीं हो जाता। उन्होंने अभिभावकों को सलाह दी कि रिजल्ट आने से एक दिन पहले वे अपने बच्चों से शांत होकर बात करें।
छात्रों को परेशान होने की जरूरत नहीं
स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि परीक्षा परिणाम को लेकर छात्रों को परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। बोर्ड की परीक्षाओं का परिणाम जो भी हो, छात्रों को उसे स्वीकार करना चाहिए। अगर निराशा हाथ लगती है तो भी ध्यान रखना चाहिए, जीवन यहीं खत्म नहीं होगा। फेल होने वाले छात्रों के लिए एक और मौका है। जिन बच्चों का रिजल्ट बेहतर नहीं आता या फेल हो जाते हैं तो परीक्षा परिणा के बाद उनके पास ‘रुक जाना नहींÓ योजना का लाभ लेने का मौका है। राज्य ओपन स्कूल की वेबसाइट 222.द्वश्चह्यशह्य.ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ पर जाकर फेल होने वाले छात्र अपने फॉर्म भर सकेंगे।
फेल होने पर बच्चों को डांटना गलत है
स्कूल शिक्षा मंत्री ने परीक्षा परिणाम जारी होने से पूर्व छात्रों के अभिभावकों को समझाईश देते हुए कहा कि बच्चों में परिणाम के तनाव को लेकर माता-पिता को भी उनसे बात करते रहना चाहिए। परीक्षा परिणाम के प्रेशर को बच्चे पहले से ही अपने दिमाग में बैठा लेते हैं। जब उनका बच्चों का परीक्षा परिणाम मन मुताबिक नहीं आता तो माता-पिता उन्हें डांट लगाते हैं, जबकि ये गलत है। बच्चों से पैरेंट्स को बात करनी चाहिए, क्योंकि आपकी एक फटकार से बच्चे गलत रास्ते तक पहुंच सकते हैं।