Bhopal : मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अतिथि शिक्षकों को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने अतिथि शिक्षकों का वेतन दोगुना करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि गुरु जी की तरह पात्रता परीक्षा लेकर अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का काम करेंगे। सीएम ने कहा कि पिछली सरकार ने शिक्षा की व्यवस्था ठीक करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए थे और एक अधकचरी व्यवस्था हो गई थी।
भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में अतिथि शिक्षकों का महापंचायत आयोजित किया। जिसमें प्रदेश भर के 10 हजार से ज्यादा अथिति शिक्षक शामिल हुए। सीएम शिवराज सिंह भी इस महापंचायत में शामिल हुए। इस दौरान सीएम ने कहा कि अतिथि शिक्षकों का मानदेय दोगुना और शिक्षक भर्ती में 50 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा। न्होंने एक बड़ी घोषणा की है। सीएम ने कहा कि अतिथि शिक्षकों का वेतन दोगुना किया जाएगा।
पूरे वर्ष मिलेगा मानदेय
अतिथि शिक्षकों का अनुबंध पूरे साल के लिए किया जाएगा यानी कि उन्हें पूरे 12 महीने ही वेतन मिलेगा। शिक्षकों की भर्ती में 50 प्रतिशत पद अतिथि शिक्षकों के लिए आरक्षित रहेंगे। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद अब वर्ग एक के अतिथि शिक्षकों का मानदेय 9 हजार से बढ़कर 18 हजार रुपए किया जाएगा। वहीं, वर्ग 2 के अतिथि शिक्षकों का मानदेय 7 हजार से बढ़कर 14 हजार किया जाएगा। वर्ग 3 के अतिथि शिक्षकों को 5 हजार से बढ़कर 10 हजार मासिक मानदेय दिया जाएगा।
परमानेंट योजना बनाई जाएगी
CM ने कहा कि साल भर के लिए होने वाले अनुबंध से अतिथि शिक्षक अनिश्चित के भाव से निकल पाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीच में अब कोई भी गैप नहीं होगा, एक बार अनुबंध हो गया तो पूरे साल चलेगा। इस अनिश्चिता के भंवर से निकालने की भी परमानेंट कोई योजना बनानी पड़ेगी। CM ने कहा कि क्योंकि जो पढ़ा रहे हैं, जो अनुभवी हैं, बरसों का व्यवहारिक ज्ञान जिनको है, अगर वो भर्ती होंगें तो मैं समझता हूं कि वो बेहतर ढंग से बच्चों को पढ़ा सकेंगे और ये व्यवस्था अगली भर्ती से ही जैसे होती है, तत्काल हम लागू करने का काम करेंगे। शिवराज सिंह चौहान ने शिक्षकों से संकल्प भी लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपका एक कमिटमेंट मुझे चाहिए कि पढ़ाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे और दूसरा कमिटमेंट मेरा कि मैं आपकी जिंदगी में अनिश्चितता नहीं रहने दूंगा निश्चितता लाकर ही चैन की सांस लूंगा और उसकी कई चीजे हैं मैने आपके सामने रखी है वो नीति बनकर आपके भविष्य को भी सुरक्षित रखेंगे।