मध्य प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव की तैयारियों को देखने चुनाव आयोग की टीम पांच सितंबर को भोपाल के मिंटों में हॉल में जिलों में कानून व्यवस्था, मतदाता सूची सहित और विषयों को लेकर जिलों के अधिकारियों की बैठक लेगी. यह टीम तीन दिन तक भोपाल में ही रहेगी. इस दौरान भोपाल के मिंटो हॉल में यह टीम प्रदेश के सभी कलेक्टर और एसपी के साथ बैठक करेगी. मध्य प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव की तैयारियां राजनीतिक दलों के साथ चुनाव आयोग भी कर रहा है. इसी सिलसिले में चुनाव आयोग की टीम चार सितंबर को तीन दिवसीय दौरे पर भोपाल आ रही है. तीन दिन तक यह टीम चुनाव तैयारियों की समीक्षा करेगी. मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कमार के प्रतिनिधित्व में यह टीम छह सितंबर तक भोपाल में ही रहेगी.
चुनाव आयोग की टीम पांच सितंबर को करेगी पहली बैठक
चुनाव आयोग की टीम द्वारा पांच सितंबर को भोपाल के मिंटों में हॉल में पहली बैठक की जाएगी. इस दौरान जिलों में चुनाव की तैयारियों, कानून व्यवस्था, मतदाता सूची सहित और विषयों को लेकर सभी कलेक्टरों, भोपाल-इंदौर के पुलिस कमिश्ररों और सभी जिलों के एसपी और आईजी के साथ चर्चा करेगी.दौरे के अगले दिन छह सितंबर को मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस, डीजीपी सुधीर कुमार के अलावा अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा और सामान्य प्रशासन के साथ बैठक होगी.
एमपी में कब लागू होगी आचार संहिता
बता दें कि चुनाव आयोग की टीम बीजेपी-कांग्रेस के अलावा मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ भी चर्चा करेगी. इस दौरान मतदाता सूची,मतदान केन्द्र सहित अन्य विषयों पर सुझाव लेने और उनकी शिकायतों को दूर करने की कोशिश की जाएगी. बता दें कि 31 अगस्त को मतदाता सूची के पुनरीक्षण के लिए आवेदन लेने काम पूरा हो जाएगा. मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन चार अक्टूबर को है.माना जा रहा है कि 4 अक्टूबर के बाद कभी भी प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लगाई जा सकती है.