धर्म परिवर्तन : MP के रायसेन जिले में एक शिशु गृह स्थल में 3 नाबालिगों के नाम बदलकर मुस्लिम कर दिए गए. यह आरोप खुद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के राष्ट्रीय प्रियंक कानूनगो ने लगाए हैं. शिशु गृह संचालक द्वारा आधार कार्ड पर भी नाम बदले गए हैं जिस पर अब प्रियंक कानूनगो ने एफआईआर के निर्देश दिए हैं. बाल आयोग के अध्यक्ष ने शिशु गृह संचालक परवेज के खिलाफ केस दर्ज करने के निर्देश दे दिए हैं. वहीं, बच्चों के परिवार को ढूंढा जा रहा है ताकि उन्हें घर भेजा जा सके.
बच्चों ने बताई पूरी सच्चाई
मध्य प्रदेश के रायसेन जिले से बच्चों का धर्मांतरण कराने की खबर सामने आई है. बताया जा रहा है कि रायजेन के गोहरगंज इलाके में शासकीय अनुदान से चलाए जा रहे एक बाल गृह में तीन बच्चों का धर्म परिवर्तन कराया गया है. राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने इस मामले में जब बच्चों से बात की तो उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता हिंदू थे, लेकिन शिशु गृह में उनका नाम बदलकर मुस्लिम नाम कर दिया गया है. इसके साथ ही उनके आधार कार्ड भी मुस्लिम नाम से बनवाए गए हैं.
लॉकडाउन से पहले मां-बाप से बिछड़े थे तीनों भाई-बहन
तीनों बच्चे भाई-बहन हैं, पिता मंडीदीप में किसी फैक्ट्री में गार्ड हैं। आपसी विवाद के बाद मां और पिता साथ नहीं रहते। मां बच्चों को लेकर भोपाल चली गई थी। यहां वह ताजुल मस्जिद के पास किसी मुस्लिम फकीर के साथ भीख मांगने लगी। कोविड में बच्चे मां से बिछुड़ गए। भोपाल की मातृ-छाया संस्था (NGO) को बच्चे लावारिस नजर आए। उन्होंने बच्चों को बाल कल्याण समिति भोपाल के सामने पेश किया। मामला रायसेन जिले का था, इसलिए बाल कल्याण समिति भोपाल ने यह केस रायसेन बाल कल्याण समिति के पास ट्रांसफर कर दिया। बाल कल्याण समिति रायसेन ने इन बच्चों को गोदी शिशु गृह गौहरगंज को तब तक के लिए हवाले कर दिया, जब तक इनके पेरेंट्स नहीं मिल जाते।
शिशु गृह के सभी दस्तावेज जब्त
इस शिशु गृह में 5 बच्चे रहते हैं। इनमें से तीन सगे भाई-बहन हैं। राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने शिशु गृह के संचालक को फटकार लगाते हुए शिशु गृह के सभी दस्तावेज जब्त करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही महिला बाल विकास विभाग को जांच कर FIR दर्ज कराने के आदेश भी दिए हैं।