इंदौर के आध्यात्मिक मानव सेवी कृष्णा मिश्रा गुरुजी द्वारा त्योहारों का मानवीय संदेश देने की कड़ी में विगत 6 वर्षो से महा शिव रात्रि को रुद्र पाठ ओम नमः शिवाय की गूंज के साथ “संयुक्त परिवार संदेश के रूप में मनाया जाता है। जो महाशिवरात्रि का संदेश हे. इस वर्ष 8 मार्च को आने वाली महाशिवरात्रि रात्रि की पूर्व संध्या पर उज्जैन के संयुक्त परिवार नाहर वाला कार्तिक चौक (उज्जैन)का सम्मान किया गया जिसमे 45 सदस्य शामिल थे जिसका सम्मान इंदौर से आए कृष्णा गुरुजी ने किया.
शिव परिवार के मुखिया ओम प्रकाश जी शास्त्री जी नाहरवाला आयु 84 माता जी पुष्पा देवी शास्त्री 5 पुत्र स्वप्निल शास्त्री नाहर वाला दो माह की बच्ची वेदिका शिव परिवार सयुक्त परिवार की ट्रॉफी से सम्मानित किया सभी सदस्यों का तिरंगे केसरिया दुप्पटे से स्वागत किया. शिवजी, फिर जिनका वाहन नंदी है, गले मे सर्प है, और पुत्र गणेश हैं जिनका वाहन मूषक है। दूसरे पुत्र कार्तिकेय हैं, जिनका वाहन मोर है। इन सब बातों में चिंतन का विषय यह है कि नंदी,मूषक, सर्प और मोर एक साथ नहीं रह सकते फिर भी शिव दरबार मे हम इनके एक साथ दर्शन करते है।
जहां इतनी विषमता के बाद भी शिव-परिवार एक साथ रहने का संदेश देता है, पर आज के समय मे थोड़े से मन मुटाव, स्वार्थ, अहंकार और ग़लत सलाह के कारण हम अपने ही परिवार से दूरी बना लेते है। आइए आज महाशिवरात्रि के दिन एक महा-संकल्प लें की किसी भी परिस्थिति में मैं अपने परिवार से दूरी नहीं बनाऊंगा। तुझ में नारायण, मुझ मे नारायण संदेश को शिरोधार्य कर अपने रिश्तों को और परिवार को सवारने की प्रतिज्ञा करें। इस दृढ़ संकल्प के लिए महाशिवरात्रि से अधिक उत्तम और कोई त्यौहार नहीं हो सकता अपने परिवार के साथ इस महाशिवरात्रि पर शिव परिवार की पूजा के साथ यह संकल्प आत्मसात करेंl सामान्यतः हर त्योहार कुछ ना कुछ संदेश देता है जिससे समाज में वासुदेव कुटुंबकम् की भावना जाग्रत की जा सकती है। महा शिव रात्रि को शिव साधना आराधना के साथ संयुक्त परिवार का संदेश विगत 6 वर्षो से दे रहे है कार्यक्रम की शुरआत शिव तांडव से हुई जिसे अतुल तिवारी जी द्वारा गाया गया।गुरुजी ने ओम नमः शिवाय गान एवम शिव ध्यान कराया गया।