Medical Insurance : भारत में स्वास्थ्य जहां अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग स्कीम में चलाई जा रही हैं। तो वहीं स्वास्थ्य को लेकर केंद्र सरकार भी एक बड़ी स्कीम यानी आयुष्मान भारत योजना चल रहा है। लेकिन उसका लाभ सभी लोग नहीं ले पाते हैं। क्योंकि उसकी पात्रता के कुछ नियम तय किए गए है। सेहत का ध्यान रखने के लिए लोग हेल्थ बीमा लेते हैं जिसमें वह हर महीने या सालाना कुछ रकम डालते हैं ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें इलाज में आने वाले खर्च की चिंता ना करनी पड़े। लेकिन भारत में एक ऐसा राज्य है जहां हेल्थ बीमा का जिम्मा सरकार के ऊपर है। केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना सभी वर्गों के लोगों के लिए नहीं है लेकिन इस राज्य में चल रहा है यह बीमा राज्य के सभी लोगों के लिए है। जिससे सभी अपना इलाज करवा सकते हैं।
राजस्थान में मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के तहत राज्य के सभी नागरिकों को 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा दिया जाता है। इस योजना की शुरुआत 1 में 2021 को राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की थी। इस योजना का लाभ लेने के लिए राज्य के नागरिक को सालाना 850 रुपये देने होते हैं। इस योजना का लाभ लेने के लिए गरीब रेखा के नीचे रहने वाले लोग ले सकते हैं। इसके साथ ही उनको राजस्थान का स्थाई निवासी भी होना जरूरी है। राजस्थान सरकार ने गरीबों और जरूरतमंदों को देखते हुए इस योजना को चालू किया था। लेकिन इस योजना का लाभ आम नागरिक भी ले सकते हैं। इस योजना के तहत कई इलाज कवर किए जाते हैं साथ ही कई मेडिकल टेस्ट भी मुफ्त में किए जाते हैं। बता दें कि साल 2022 में राजस्थान की 88 परसेंट जनता के पास हेल्थ इंश्योरेंस था जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड था।
भारत की आधी आबादी को ही सरकारी अस्पतालों पर भरोसा
भारत में 50% परिवारों के लोग जब बीमार पड़ते हैं तो वे सार्वजनिक क्षेत्र से जुड़े हेल्थ केयर में अपना इलाज कराते हैं वहीं 48% लोग निजी क्षेत्रों से जुड़े हेल्थ केयर का इस्तेमाल करते हैं। वहीं 50% परिवार सार्वजनिक क्षेत्र से जुड़ी स्वास्थ्य सेवाओं का इस्तेमाल नहीं करते. बिहार के 80%, उत्तर प्रदेश के 75% परिवार सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर भरोसा नहीं करते। वहीं ये स्थिति सबसे कम (5% से भी कम) लद्दाख, लक्षद्वीप और अंडमान एंड निकोबार आइलैंड में है।