France PM: समलैंगिक प्रधानमंत्री भी हैं। अटाल एलिजाबेथ बोर्न के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री बने हैं। वह शुरू से ही इस रेस में आगे चल रहे थे और वो राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की भी पहली पसंद थे। अटाल अभी तक फ्रांस सरकार में शिक्षा मंत्री की जिम्मेदार संभाल रहे थे। मार्च, 1989 में जन्मे अटाल करीब 2 साल तक फ्रांस सरकार के प्रवक्ता रहे हैं। उन्हें पहली बार 32 साल की उम्र में सरकार में शिक्षा और युवा मामलों के मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उनके पिता वकील और फिल्म निर्माता थे, जबकि मां एक फिल्म प्रोडक्शन कंपनी में काम करती थीं। वह घोषित तौर पर समलैंगिक हैं और स्टीफन सेजॉर्ने के साथ सिविल यूनियन में हैं। सिविल यूनियन फ्रांस में समैंलिकता जोड़ों के लिए कानूनी व्यवस्था है। फ्रांस के नवनियुक्त प्रधानमंत्री अटाल को राष्ट्रपति मैक्रों का करीबी माना जाता है।
हाल ही में अटाल ने बतौर शिक्षा मंत्री तब सुर्खियां बटोरी थीं जब उन्होंने सरकारी स्कूलों में मुस्लिम महिलाओं द्वारा पहने जाने वाले अबाया पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। अटाल राष्ट्रपति मैक्रों के साथ मिलकर उनके विरोधी और फ्रांस की धुर दक्षिणपंथी नेता मरीन ले पेन और उनके युवा सहयोगी जॉर्डन बार्डेला से समान स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।
कौन हैं Gabriel Attal
- मार्च 1989 में जन्मे युवा फ्रेंच नेता अटाल इस समय शिक्षा और युवा मामलों के मंत्रालय देख रहे हैं।
- इससे पहले वह करीब दो साल तक सरकार के प्रवक्ता भी रहे।
- उन्हें 32 साल की उम्र में मंत्री बनाया गया था।
- उनके पिता यहूदी मूल के बताए जाते हैं जबकि मां के पूर्वज ग्रीक-रूसी थे।
- पिता वकील और फिल्म निर्माता थे. मां एक फिल्म प्रोडक्शन कंपनी में काम करती थीं।
- वह घोषित तौर पर गे (Gay) हैं और यूरोपीय संसद के सदस्य, फ्रेंच वकील के साथ सिविल यूनियन में रहते हैं।
- सिविल यूनियन एक तरह की कानूनी व्यवस्था होती है जिसके तहत फ्रांस में सेम-सेक्स कपल रहते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राष्ट्रपति मैक्रों साल के अंत में होने वाले यूरोपीय चुनावों से पहले अपनी शीर्ष टीम में फेरबदल कर रहे हैं। सोमवार को राष्ट्रपति मैक्रों ने पूर्व प्रधानमंत्री बोर्न का इस्तीफा स्वीकार करते हुए अटाल को प्रधानमंत्री नियुक्त किया। बोर्न ने आप्रवासी कानून पर राजनीतिक तनाव बढ़ने की वजह से इस्तीफा दिया था। बोर्न को मई, 2022 में प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया था और वह देश की दूसरी महिला प्रधानमंत्री थीं।