Ecuador News: इक्वाडोर से एक बेहद सनसनीखेज वाला वीडियो सामने आया है, जहां कुछ बंदूकधारी एक टीवी स्टूडियो में घुस गए। इन नकाबपोश बंदूकधारियों ने वहां मौजूद लोगों और सुरक्षा बलों को मारने की धमकी दी। इक्वाडोर में उन 13 लोगों पर आतंकवाद का आरोप लगाया जाएगा, जिन्होंने बीते दिन मंगलवार (9 जनवरी) को लाइव प्रसारण के दौरान एक टीवी स्टूडियो पर हमला किया था। इस बात की जानकारी इक्वाडोर सरकार ने दी।
टीवी चैनल टेलीअमेज़ोनास को बताया कि
इससे पहले इक्वाडोर के राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख ने घोषणा की कि अधिकारियों ने सभी नकाबपोश घुसपैठियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस कमांडर सेसर ज़पाटा ने टीवी चैनल टेलीअमेज़ोनास को बताया कि अधिकारियों ने बंदूकधारियों के पास मौजूद बंदूकें और विस्फोटक जब्त कर लिए हैं। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, गुआयाक्विल शहर में टीसी टेलीविजन नेटवर्क के सेट में चेहरा ढके हुए कुछ लोग घुस गए और जोर से आवाज लगाई कि उनके पास बम हैं। इस दौरान लाइव टीवी पर ही गोलियां चलने की आवाजें सुनाई दीं। इस दौरान बंदूकधारियों ने कर्मचारियों को फर्श पर लेटने के लिए मजबूर किया, वहीं एक बंदूकधारी को एक कर्मचारी के सिर पर बंदूक तानकर उसे धमकाते हुए देखा गया। वहीं एक महिला को यह कहते हुए सुना गया, ‘गोली मत मारो, प्लीज हमें गोली मत मारो।’
BREAKING: Gunmen storm TV channel in Ecuador, take hostages pic.twitter.com/UYQrYoOBcC
— BNO News (@BNONews) January 9, 2024
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7 पुलिसकर्मी का अपहरण
मैनरिक ने टेलिफोनिक इंटरव्यू के दौरान एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि मैं अभी भी सदमे में हूं। सब कुछ खत्म हो गया है।मैं बस इतना जानता हूं कि अब इस देश को छोड़कर बहुत दूर जाने का समय आ गया है। इसके अलावा इक्वाडोर के जेल से एक बेहद खतरनाक ड्रग माफिया जोस एडोल्फो मैकियास (जिसे फिटो के नाम से भी जाना जाता है) भाग गया। इसके बाद कल रात में ही 7 पुलिसकर्मी का अपहरण कर लिया गया, जिसके बाद पूरा देश हिल गया है। देश के हालात को देखते हुए राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ ने सोमवार को राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा कर दी।राष्ट्रपति ने आदेश दिया कि जेलों पर सेना का पहरा लगा दिया जाए। इसके अलावा फरमान जारी किया गया कि देश में सक्रिय 20 मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोहों को आतंकवादी समूहों के रूप में नामित किया जाए। इक्वाडोर की सेना को अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून की सीमा के भीतर इन समूहों को खत्म करने की छूट दी गई।