Viral Video: भारत ने एक बार फिर इतिहास रचा है। चंद्रयान-3 ने बुधवार को चांद पर सफल लैंडिंग की। वहीं, सोशल मीडिया पर एक पाकिस्तानी शख्स का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. उससे भारत के चंद्रयान-3 की सफलता को लेकर सवाल पूछा जाता है. जिस पर वो हंसते हुए जवाब देता है और अपने ही देश की खामियां गिनाने लगता है. वो कहता है कि पाकिस्तान के लोग तो पहले से ही चांद पर रह रहे हैं, न तो उन्हें बिजली मिलती है और न ही पानी. उसने कहा कि भारत तो पैसे लगाकर जा रहा है, हम तो चांद पर ही हैं.
वायरल वीडियो में ये शख्स बोलता है, ‘भारत तो पैसे लगाकर चांद पर जा रहा है। हम तो पहले से ही चांद पर रह रहे हैं. आपको नहीं पता?’ इस पर सवाल पूछने वाला व्यक्ति कहता है, ‘नहीं. हम तो चांद पर नहीं रह रहे.’ इस पर शख्स बोलता है, ‘चांद पर पानी नहीं है? इधर भी नहीं है. वहां गैस है? नहीं है ना, इधर भी नहीं है. वहां बिजली है? नहीं है ना, यहां भी देखें लाइट नहीं है’
Meanwhile, the Sense of Humor of Pakistani People are always top class. This on Chandrayaan pic.twitter.com/Y127YPeyIv
— Joy (@Joydas) August 23, 2023
बता दें, इस वीडियो को 23 अगस्त को साझा किया गया था। अभी तक करीब 5.8 लाख से अधिक बार इस वीडियो को देखा जा चुका है। इसे देखने के बाद कई लोग खुद को कमेंट करने से नहीं रोक पाए हैं।
भारत ने रच दिया इतिहास
बता दें, भारत के चंद्रयान-3 उपग्रह ने विक्रम लैंडर को बुधवार शाम चांद के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर सफलतापूर्वक उतार दिया था. भारत ने अपनी इसी सफलता के साथ इतिहास रच दिया है. वो चांद के इस क्षेत्र पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है. जबकि चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने के मामले में वो चौथा देश बना है. इससे पहले अमेरिका, रूस और चीन ने ये मुकाम हासिल किया था. लेकिन इनका काम भूमध्य रेखीय क्षेत्र तक की सीमित था. भारत को दुनिया भर के देश बधाई दे रहे हैं. अंतरिक्ष एजेंसी इसरो की मेहनत की हर कोई तारीफ कर रहा है.
विक्रम लैंडर की ये सॉफ्ट लैंडिंग उतनी भी आसान नहीं थी. लैंडर दस किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चांद की सतह पर आकर बैठा है. इससे पहले चंद्रयान-2 का लैंडर चांद की सतह पर क्रैश हो गया था. जिससे मिशन में सफलता नहीं मिल पाई थी. इसी वजह से चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर को इस तरह से बनाया गया ताकि वह चांद की सतह पर जाकर आराम से बैठ सके. अब ये कर्नाटक के बेंगलुरू में स्थित कमांड सेंटर के साथ संपर्क करेगा