Drishti 10 Starliner: अडानी ग्रुप की सब्सिडियरी कंपनी अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने बुधवार को स्वदेशी यूएवी दृष्टि -10 स्टारलाइनर ड्रोन को भारतीय नौसेना को सौंप दिया है। भारत में ही पूरी तरह से तैयार स्वदेशी यूएवी दृष्टि -10 स्टारलाइनर को अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने तैयार किया है। नौसेना के बेड़े में इसके शामिल होने के बाद भारतीय नौसेना की ताकत पहले से और कहीं ज्यादा बढ़ जाएगी। इस एडवांस एरियल सिस्टम को नौसेना को सौंपने से पहले फ्लैगऑफ कार्यक्रम हैदराबाद के अडानी एयरोस्पेस पार्क में हुआ। खास बात ये है कि एडवांस एरियल सिस्टम के क्षेत्र में इसे एक बड़ा कदम माना जा रहा है, जो रक्षा क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है।
हर मौसम और स्थिति में उड़ान भरना इसकी सबसे बड़ी खूबी
हैदराबाद में फ्लैगऑफ कार्यक्रम का नेतृत्व भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने किया, जो 75 नौसेना कर्मियों के साथ कार्यक्रम में उपस्थित थे। दृष्टि 10 स्टारलाइनर एक एडवांस्ड इंटेलिजेंस, सर्विलांस और रीकॉन्सेंस प्लेटफॉर्म है। यह 36 घंटे की एंडुरेंस क्षमता रखता है और 450 किलोग्राम वजन को ढो सकता है। हर मौसम और स्थिति में उड़ान भरना इसकी सबसे बड़ी खूबी है। अडानी का ड्रोन STANAG 4671 सर्टिफिकेशन के साथ आता है, और दोनों तरह के हवाई क्षेत्र में उड़ान भरने में सक्षम है। हरि कुमार ने भारतीय नौसेना की आवश्यकताओं के अनुरूप अपने रोडमैप को संरेखित करने और रक्षा और सुरक्षा में आत्मनिर्भरता को सक्षम करने के लिए भागीदारों और क्षमताओं का एक पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने में अदानी के प्रयासों की सराहना की।
#WATCH | Indian Navy chief Admiral R Hari Kumar unveils the Drishti 10 Starliner drones manufactured by Adani Defence in Hyderabad.
— ANI (@ANI) January 10, 2024
The firm said the drone is an advanced Intelligence, Surveillance and Reconnaissance (ISR) platform with 36 hours of endurance, 450 kgs payload… pic.twitter.com/tfdSYImRuX
जानें खासियत
- अडानी डिफेंस फर्म के अनुसार यह अत्याधुनिक ड्रोन 36 घंटे की एंड्योरेंस, 450 किलोग्राम पेलोड क्षमता वाला एक उन्नत इंटेलिजेंस और सर्विलांस (ISR) प्लेटफॉर्म है।
- इसकी सबसे बड़ी खासयित यह है कि सभी मौसमों में दोनों हवाई क्षेत्रों में उड़ान भरने में सक्षम है।
- नौसेना के बेड़े में इसके शामिल होने के बाद भारतीय नौसेना की ताकत पहले से और कहीं ज्यादा बढ़ जाएगी।
- इस यूएवी को अडाणी डिफेंस और एयरोस्पेस ने बनाया है।
- इसे भारत में बनाया गया है, यानी यह मेड इन इंडिया यूएवी है।
- इसे बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली चीजों में से कुल 60% चीजें भी भारतीय ही है।
- इस यूएवी में 450 किलोग्राम पेलोड क्षमता है।
- मानव रहित यूएवी है, यानी इस ड्रोन को चलाने के लिए किसी इंसान की भी जरूरत नहीं है।
- बारिश समेत सभी तरह के मौसम में उड़ान भर सकता है।
- 36 घंटे तक मजबूती से टिके रहने में सक्षम है।
- अत्याधुनिक इंटेलिजेंस, सर्विलांस एंड रिकॉनेसंस (ISR) मंच है।
सभी हवाई क्षेत्रों में उड़ान भर सकता है।
नौसेना प्रमुख एडमिरल हरि कुमार ने कहा है कि दृष्टि 10 के आने से हमारी नौसेनिक क्षमताओं में बढ़ोतरी होगी। लगातार विकसित होने वाली समुद्री निगरानी और टोही के लिए हमारी तैयारी मजबूत होगी। उन्होंने रक्षा और सुरक्षा में आत्मनिर्भरता को सक्षम करने के लिए फर्म के प्रयासों की सराहना की है।